कुरूद. नगर की शैक्षणिक संस्था कलीराम चंद्राकर पब्लिक स्कूल कुरूद में बहुत ही धूमधाम के साथ गणतंत्र दिवस का पर्व मनाया गया। बच्चों में पर्व को लेकर विशेष उत्साह नजर आया और भारत माता की जय और वन्दे मातरम के नारों से देशभक्तिमय वातावरण की परिणीति कर पर्व की रौनकता में चार चांद लगा दिया।
कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत स्काउट गाइड एवं मार्च पास्ट बैंड दल द्वारा अतिथि विद्यालय के उपप्रबंधक योगेश चंद्राकर,प्राचार्य के मंजीता ठाकुर ,पावस चंद्राकर आदि का तिलक और बैच लगाते हुए कार्यक्रम स्थल तक स्वागत हुआ। इसके उपरांत ज्ञानदायनी मां सरस्वती ,भारत माता और अमर शहीदों की तस्वीर पर पुष्प अर्पण करते हुए दीप प्रज्ज्वलित कर पूजन वंदन कार्य संपन्न हुआ। इसके पश्चात अतिथियों द्वारा विधिवत ध्वजारोहण कार्य संपन्न हुआ और तिरंगे को सलामी देते हुए 'भारत माता की जय' का जयघोष करते हुए देशभक्ति की अलख जगाई गई।इसी क्रम में मार्च पास्ट दल के परेड के साथ सलामी दी गई।
प्राचार्य के मंजीता ठाकुर ने पर्व के महत्व का वर्णन करते हुए कहा कि आज पूरा देश संविधान निर्माण के उत्सव को मना रहा है। अमर शहीदों और वीर जवानों के जज्बे ने हमें आजादी दिलाई और हम स्वतंत्र भारत ,खुशहाल भारत ,समृद्ध भारत के पथ पर चलते हुए देश मे एकता और भाईचारे की नींव रख रहे है। यह पर्व हमें देश के संविधान के महत्व की ओर ले जाता है और इसका सम्मान करने की प्रेरणा देता है।
इसके पश्चात अतिथियों के करकमलों से बैच होल्डरों और विभिन्न विधाओं में अग्रणी रहे बच्चों का सम्मान सर्टिफिकेट और मेडल द्वारा किया गया।इसके उपरांत कार्यक्रम की अगली कड़ी के तहत सांस्कृतिक कार्यक्रम की श्रृंखला शुरू हुई, जिनमें नन्हे-मुन्हें बच्चों द्वारा मोहिनी अत्तम नृत्य की मनभावन प्रस्तुति देते हुए सबका दिल जीत लिया। वहीं स्टेट् डांस द्वारा विभिन्न दिशाओं में रहने वाले राज्यों का महत्व प्रस्तुत किया गया। वहीं पैट्रोटिक सॉन्ग और महिला सशक्तिकरण आधारित नृत्यों ने कार्यक्रम में मोहकता का श्रृंगार कर दिया। वही बच्चों द्वारा पर्व के महत्व पर भाषण की प्रस्तुति ने भी सबको आकर्षित किया।इसके उपरांत वर्षभर विभिन्न गतिविधियों में अग्रणी रहे प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। साथ ही विभिन्न विभागों में अपने शानदार कार्य से पहचान बनाने वाले शिक्षकों का सम्मान भी किया गया। इसके उपरांत आभार प्रदर्शन और छत्तीसगढ़ राजगीत के संपन्न होते ही कार्यक्रम पर विराम दिया गया।इस दौरान सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं और विद्यार्थी गण उपस्थित थे।