दियाबाती के ग्रामीणों ने होली के दिन गुरूर थाना में जाकर ग्रामीण अध्यक्ष श्री मान धनसाय साहू धान कोचिया के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है किन्तु आजतलक तक गुरूर थाना की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इधर कारवाई नहीं होने के चलते ग्रामीण अध्यक्ष श्री मान धनसाय साहू का पारा आसमान में...तुगलकी फरमान के जरिए ग्राम दिया बाती के ग्रामीण अध्यक्ष धनसाय साहू जी करते हैं ग्रामीणों के जूल्म ऊपर जूल्म
दीया बाती के ग्रामीण अध्यक्ष श्री मान धनसाय ने होली त्यौहार के शुभ अवसर पर अपने ही गांव वाले लोगों को बका माई बहन की गंदी गंदी गालियां, जबकि ग्रामीण अध्यक्ष होने के नाते धनसाय साहू की नैतिक जिम्मेवारी बनती थी कि वह अपने गांववासियों के साथ हंसी खुशी के साथ रंगों की त्यौहार को मनाते, लेकिन इतने में श्री मान धनसाय जी का मन नहीं भरा तो ग्रामीणों को दंबगई के साथ अपने कुनबे से मिलकर कुटा और ऊपर से थाना में जाकर ग्रामीणों के खिलाफ झुठा शिकायत भी दर्ज करवाने की जानकारी प्राप्त हुई है। बता दें कि इलाके में श्री मान धनसाय साहू जी का अलग रूतबा है और शायद इसी रूतबा को ध्यान में रखकर ग्राम दिया बाती के लोगों ने उन्हें अपने सर पर विराजमान करते हुए गांव का ग्रामीण अध्यक्ष बनाया है, लेकिन ग्रामीण अध्यक्ष बनने के बाद से जिस तरह से धनसाय के सर पर दबंगई का भूत सवार हो गया है वह ग्राम दियाबाती में किसी से छुपा हुआ नहीं है। इससे पूर्व में भी श्री मान ग्रामीण अध्यक्ष धनसाय साहू के कारनामे सर्व विदित है जिसमें सरकारी मद से निर्मित गोठान में लगे हुए फिन्सिंग तार की तोड़फोड़ व अपने ही सगे भांचे पर चोरी का झुठा आरोप मढ़ना शामिल हैं। जरा सोचिए क्या ग्रामीण अध्यक्ष की भूमिका समाज और गांव के अंदर इस तरह से होना चाहिए? दरअसल बालोद जिला के गुरुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम दिया बाती में होली के दिन गांव के ग्रामीण अध्यक्ष और उनके कुनबे में शामिल दबंगों की दबंगई सर पर ऐसे सवार था कि जहां पर पूरे गांव वाले होली के जश्न मनाते हुए एक दूसरे पर रंग गुलाल लगा रहे थे,और गांव के ही फाग समिति के लोग भी साथ में होली के इस पावन पर्व पर एक ही मंच पर सभी लोग रंग गुलाल के साथ होली त्यौहार मना रहे थे,तभी इसी बीच गांव के ग्रामीण अध्यक्ष अपने साथियों के साथ होली मना रहे लोगों को गाली गलौच करते हुए अपशब्दों से अपमानित करते हुए हाथा पाई पर उतारू हो गए और जान सहित मारने की धमकी देते हुए तुम लोगों को देख लूंगा करके वहां से चला गया। ग्रामीण अध्यक्ष की अनैतिक आचरण को लेकर गांव में रात्रिकालीन बैठक रखा। बैठक के दौरान भी दिया बाती के ग्रामीण अध्यक्ष और उनके कुनबे में शामिल लोगों ने मचाया पूरे गांव में दहशत। बहरहाल उक्त मामले को लेकर दिया बाती के ग्रामीण धनसाय साहू की दंबगई को लेकर लामबंद हो चुके हैं और शासन और प्रशासन से अनुरोध कर रहे हैं कि ग्रामीण अंचल धनसाय साहू के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो ताकि दंबगई का भूत उनके सर पर सवार होकर गांव के अंदर तांडव नृत्य कर रहा है वह हमेशा के लिए बंद हो जाए।