ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गुरूर के साथ विधायक प्रतिनिधि और अन्य कई महत्वपूर्ण ओहदे के कितना लायक रहे होंगे यह तो डाक्टर ऊंगली की घटिया करतूत और उन्हें मिली हुई आजीवन कारवास की सजा चिख चिख कर बंया कर दिया है,लेकिन महिलाओ पर होने वाली अपराध को लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार के खिलाफ आंय बांय बंयान देने वाले कांग्रेसी नेताओं इस महाशय की इतनी बडी घटिया करतूत पर जरा सा भी शर्म आई है। बता दे कि कांग्रेस पार्टी के महत्वपूर्ण पदो पर आसीन रहने वाले ओमकार महमल्ला नाम के इस रावण ने अनुसूचित जाती की एक बेटी के साथ घटिया हरकत को अंजाम दिया था। खैर ओमकार महम्मला जैसे घटिया इंसान संजारी बालोद विधायक के खास करिबियो में गीना जाता रहा है। शायद इसीलिये बांकी और कांग्रेसीयों की जुबान पर ताला जड गया। बकायका ओमकार महम्मला जैसे गद्दार को विधानसभा क्षेत्र में होने वाली सरकारी निर्माण कार्यो में ग्राम पंचायत कार्य एजेंसी होने के बावजूद खुलेआम ठेकेदारी का काम करते हुए देखा गया है। अब ऐसे में कांग्रेस पार्टी की नियत और विचारधारा पर सवाल उठना वाजीब बात लग रही है। बहरहाल ओमकार महमल्ला को अपने गले का ताज बनाकर साथ में घुमने वाले कांग्रेस नेताओं की उक्त घटनाक्रम पर बोलती बंद है।
कांग्रेस पार्टी के लिये शर्मिंदा जनक है ओमकार महमल्ला का साथ, लेकिन कांग्रेसी विधायक मिलाकर चलते है उसने हाथ
पूर्व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गुरूर और संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की लोकप्रिय कांग्रेसी विधायक के खास करीबियों में से एक माने जाने वाला ओमकार महम्मला को आजीवन कारावास की सजा मिलने की जानकारी प्राप्त हुई है। विदित हो कि आज से कुछ बरस पहले राजनीति के साथ डाक्टरी पेशा के आड में पूर्व ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ओमकार महम्मला ने ऐसा कुछ घटिया हरकत जानबूझकर अंजाम दिया था जिसे सभ्य समाज गंभीर अपराध की श्रेणी में देखते है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक उक्त मामले में उन्हे यह सजा माननिय न्यायलय ने लंबी अंतराल तक चली सुनावाई के बाद मिली है। बता दे कि देश के अंदर मौजूद एक राष्ट्रीय दल से तालुक रखने वाला इस अपराधी किस्म के सफेदपोश फर्जी डाक्टर ने एक अनुसूचित जाति के युवती की सम्मान पर सत्ता के हुनक में अपना घटिया नियत डाला था। इस घटिया हरकत को अंजाम देने के बाद कांग्रेस पार्टी के उनके करीबी नेताओं ने इस अपराधी तत्व को बचाने का भरपूर प्रयास किया था और आगे आने वाले दिनो में भी यह प्रयास जारी रहने की भी पूरी संभवना है। हालांकि जिस हिसाब से कांग्रेस पार्टी की आज के मौजूदा दौर में सोंच और विचारधारा जमीनी धरातल पर गढी जा रही है उसे ध्यान में रखकर यदी देखा जाए तो ऐसा लगता है कि दलित समाज से तालुक रखने वाली बेटी के साथ अन्याय की पाराकाष्ठा को पार करने वाले अपराधी का साथ मैं लडकी हूं लड सकती हूँ कहने वाली बहनो की जमात कभी नही देगी। ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि क्या कांग्रेस पार्टी के नेता सजा याफता पूर्व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ओमकार महम्मला के लिए आगे क्या रूख अख्तियार करती है। गौरतलब हो कि उक्त घटनाक्रम के बाद मची हुई बवाल को राजनितिक रसूख और हुनक का इस्तेमाल करते हुए पिडित युवती की भी आवाज को दबाने का भरपूर प्रयास किया गया था,लेकिन लंबी चली कानूनी लडाई के बाद अंततः एक बेटी को इंसाफ मिल गया।
कबिले के सरदार का वहम हुआ चकनाचूर, हुई सच्चाई की जीत और पिडित बेटी को मिला इंसाफ
अकसर बढे बुजुर्ग कहा करते है कि एक राजनितिक और समाजिक पृष्ठभूमि से तालूक रखने वाले व्यक्ति का दिल पानी के सामन निर्मल और साफ रहना चाहिए क्योंकि निर्मल मन और शरीर में किसी तरह का मैल का वास नही होता और ठीक उसी तरह साफ भी नजर आना चाहिए ताकि समाजिक और राजनीति पृष्ठभूमि से तालुक रखने वाले लोग आपके अंदर और बाहर में क्या क्या भरा हुआ है, यह साफ साफ दिखाई दे सके 'तभी तो उक्त व्यक्ति की उपयोगिता का महत्व है। अन्यथा पद के रहते रहते सांय सांय है बाद में फिर आंय बाय है। खैर आधुनिकता की इस अमृतकाल रूपी कलजूग के अंदर कहा जाता है कि राजनीति एक पेशा है जिसे पैसा वाले लोग गरीबों के बीच में जाल बिछाकर खेला करते है। इस खेल को खेलने वाले खिलाडी यदी ईमानदारी से इस खेल को खेले तो देश की मिट्टी पर शायद कोई गरीब भूखा नहीं मरेगा, लेकिन विंडबना इस बात की है इस खेल के खिलाडी ही आजकल इतना चालक बनकर उभर रहे है उनके रहते हुए किसी गरीब के लिये खाना नही बचता है। शायद इसी वाहयादपन के चलते इस पेशा को वेश्यावृत से भी बत्तर पेशा माना जा रहा है। हालांकि राजनीति लोक सेवा, समाज सेवा जन कल्याण और परोपकार का मिला जुला मिश्रण है, लेकिन माना जाता है कि जब जब ओमकार महम्मला और उनके करिबी जैसे सफेदपोश कथित महान जन सेवक इसका इस्तेमाल करेंगे तब तब लोगों की हक और अधिकार का हनन होगा। ऐसे में समाज के भीतर मौजूद सभी प्रबुद्ध नागरिकों से अपिल है कि नेता सच्चे और ईमानदार लोगों को चुने अपराधी और बेईमानों को नही। इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी को चितन करना चाहिए कि ओमकार महमल्ला जैसे रावण न सिर्फ कांग्रेस पार्टी के लिये सही नहीं है अपितु समाज के लिये भी घातक है।