मुकेश कश्यप
कुरूद. नगर में मां कमलादेवी श्रीधर (शर्मा) एवं उनके परिवार द्वारा आयोजित श्री गौरीशंकर शिवमहापुराण कथा के दुसरे दिन भारी संख्या में भक्त उमड़े। कथा के प्रारंभ होने के कई घंटो पहले से ही अपना स्थान सुरक्षित रखने के भक्त जुटे रहे। इसी के साथ-साथ बाहर से कथा का रसपान करने आए शिवभक्त उसी स्थान पर पूरे सात दिनों तक अपना स्थान सुरक्षित किए हुए है। कथा स्थल के आसपास कई दुकानें लगी हुई है और मेले जैसा वातावरण है।
कथा के दुसरे दिन अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक परम श्रद्धेय श्री प्रदीप मिश्रा ने व्यासपीठ से कहा कि मौन, शांत,शीतलता ही शिवभक्त की पहचान है। हमें जीवन में दो बातों का ध्यान देना चाहिए पहला शिव जी का स्मरण और दूसरा का सम्मान करें तो जीवन सफल हो जाएगा। जिस दिन आप अच्छा बोलना सीखोगे उस दिन ये सोच लेना कि भोलेनाथ आपके लिए दुनिया की राहें खोल देंगे।
उन्होंने आगे कहा कि आप अगर किसी से ईस्या करते है,जलन करते है,आप किसी को कुछ गलत कह रहे है तो यह मान लीजिए कि आप अपनी राहें बंद कर रहे है। अगर कोई आपका अपमान करता है तो आप उससे उलझिए मत ,आप अपनी जगह शांत रहिए,सामने वाला एक न एक दिन थक हारकर शांत हो जाएगा और चुपचाप बैठ जाएगा।आप दुनिया के प्रति कितने समर्पित रहे यह डिग्री देखी जाती है।आपकी शालीनता और समर्पण ही आपकी वास्तविक डिग्री मानी गई है।
उन्होंने बताया कि आगामी 27 से अम्लेश्वर में जो कथा आयोजित होगी वह समर्पण शिवकथा महापुराण के नाम से जानी जाएगी।जीवन में मरना सबको है,शिव महापुराण की कथा कहती है कि मरने से पहले कोई ऐसा काम करके जाओ की शिव जी को अपना मुंह दिखा सको।
आज विशेष रूप से प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या देवी साय कुरूद पहुंची।उन्होने कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी से छत्तीसगढ़ के विकास के लिए आशीर्वाद मांगा।