जल जीवन मिशन योजना के तहत हर घर शुद्ध जल पहुंचाने का वादा भी निकल रहा है छत्तीसगढ़ राज्य के अंदर भारतीय जनता पार्टी के सुशासन रूपी सुदर्शन चक्र धारी विष्णुदेव साय सरकार के राज में कोरा जूमला। हालांकि जूमला शब्द भारत की पवित्र सियासी सरजमीं पर दोबारा न दोहराया जा सकें इसके लिए भारतीय जनता पार्टी के लगभग सभी छोटे और बड़े कमल भैय्ये भाजपाई नेता और उनके तमाम सहयोगी राजनीतिक दल के नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अगुवानी में दिन-रात मेहनत और मसक्त करते हुए दिखाई दे रहे हैं "ताकि जूमला ठोंकने का धब्बा भारतीय जनता पार्टी और उनके सहयोगी राजनीतिक दल पर मढ़ा जाता रहा है 'उसे जनकल्याणकारी योजनाओं के जरिए निस्ता नाबुत किया जा सके,लेकिन विडंबना देखिए छत्तीसगढ़ प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन सरकार होने के बावजूद भी सच्चाई खुलेआम आसमान पर लटक रही है और छत्तीसगढ़ राज्य के सत्ता पर काबिज विष्णुदेव साय की डबल इंजन सरकार जमीन पर विकास का झूठा वादा सांय सांय गढ़ रही है,जबकि नैतिकता के आधार पर छत्तीसगढ़ राज्य की सरजमीं पर मौजूद भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन सरकार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा लागू की गई हर योजना का लाभ आम जनता तक पहुंचाना प्रथम दायित्व के साथ जवाबदेही है।
दरअसल जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत हर घर शुद्ध जल का वादा छत्तीसगढ़ प्रदेश की सियासी सरजमीं पर विवादों से घिरा हुआ अबतक प्रतीत नजर आया है। इस बीच समूचे प्रदेश भर के अंदर इस योजना में भारी गड़बड़ी भी पाई गई है। वंही कई मामलों को लेकर जांच जारी रहने की भी सूचना है। ऐसे में बालोद जिला के ऐसे कई वन ग्राम है जंहा पर भारी रकम खर्च करने के बाद भी हर घर शुद्ध जल मुहैया नहीं कराया जा सका है। ऐसे में ग्रामीण आज भी बाहर में लगे हुए नल से पानी अपने घरों में लाकर इस्तेमाल करते हुए दिखाई देते है, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार लगातार जल जीवन मिशन योजना के तहत हर गांव में पानी टंकी निर्माण कार्य के साथ हर घर शुद्ध जल पहुंचाने हेतू पाईप लाइन बिछवा रही है। बावजूद उड़ेनाडीह जैसे कई छोटे छोटे गांव आज भी इस योजना को अपने गांव में भी लागू होने के लिए अबतक बाट जोह रहे हैं।