जिस तरह से नशा के चलते अमानवीय घटनाक्रम लगातार तमाम छतिसगढीहा समाज के भीतर आजकल देखी जा रही हैं 'वह निश्चित रूप से हमारी समाजिक विरासत और सांस्कृतिक सभ्यता के साथ हो रही दुराचार को प्रदर्शित करनी वाली वाक्या से कम नहीं है। सनद रहे यह वाक्या तमाम छत्तीसगढ़ प्रदेश के अंदर निवासरत सवा तीन करोड़ से अधिक करीया बेटीयों और बेटों के गाल पर सीधा तमाचा है। एक तरफ जहां समूचे प्रदेश भर में नशे का अमृतकुंड तैयार किया जा रहा है,तो वंही दुसरी ओर इसी नशे के आगोश में हमारी बहन बेटियों के साथ में दुर्राचार किया जा रहा है और यह सब राजनीति व सत्ता पर बैठे कुरूप लोगों का दिया हुआ तमाम छतिसगढीहा समाज को वरदान है जिसे आम लोग,छत्तीसगढ़िया परिवार भोग रहे है और ऊपर से दिन-रात आंय बांय,सांय सांय बक रहे हैं। आज छत्तीसगढ़ महतारी की करिया दुलौरिन बेटी नन्ही बच्ची *"महक"* की आत्मा के लिए प्रार्थना और पीड़ित परिवार के लिए संवेदना व्यक्त करते हुए प्रश्न को समाज और राजनीतिक पटल पर कठोरता के साथ बल देना होगा कि"*नशा बांटकर समाज का नाश कब तक करते रहेंगे?
कुत्सित,घृणित राजनीति का शिकार छत्तीसगढ़िया समाज-- डॉ अजय यादव,प्रदेशाध्यक्ष छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना
जिस राज्य में बात आर्थिक,शैक्षिक,चिकित्सकीय एवं समग्र विकाश की होना चाहिए वहां आज छत्तीसगढ़ में *शराब* मुद्दा बनकर खेल रही। इससे स्पष्ट होता है कि छत्तीसगढ़ में राजनीति का स्तर रसातल में है। कांग्रेस और बीजेपी विपक्ष में रहते शराब बंदी की झूठी मांग करते हैं जो इस बात को बल देती है कि दोनों पार्टियां *चोर-चोर मौसेरे भाई* के खेल को अंजाम दे रही हैं।
जनता को संवेदनहीन एवं असंवैधानिक राजनीति की स्वाद चखा रही सरकार -- चंद्रभान साहू,जिलाध्यक्ष जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी बालोद
भाजपा का विपक्ष में रहकर शराब बंदी की मांग और सत्ता में आने बाद 67 नवीन शराब दुकानें खोलना यह बताता है कि बीजेपी संवेदना और संवैधानिकता का पर्याय स्थापित करने की चाह में नहीं है जिसका दुष्परिणाम है कि हम 6साल की नन्ही बच्ची को खोकर भोग रहे हैं। चारित्रिक विष पिलाकर दोनों पार्टी समाज को पंगु कर रहे हैं।
नशे की हालत में है कांग्रेस और भाजपा --खोमन साहू जिलाध्यक्ष छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना बालोद
न सिर्फ बालोद भूमि बल्कि छत्तीसगढ़ की धरा राजस्व की दृष्टिकोण से परिपूर्ण है बावजूद इसके दोनों पार्टी का शराब के प्रति लगाव बता रहा है कि दोनों पार्टी शराब के नशे में है।आय के लिए संसाधन और भी है जिस पर राज्य सरकार काम करे न कि शराब को आय का जरिया स्थापित करे।
बेटी महक जैसे जघन्य अपराध अपने घर में देखना चाहती हैं क्या बीजेपी,कांग्रेस??--दानी साहू,जिलाउपाध्यक्ष छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना बालोद
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना पहुंची पीड़ित परिवार के घर
तारीख 08/04/25 को दुर्ग स्थित बेटी महक के परिवार से मुलाकात की, परिणामस्वरूप पुलिस अधीक्षक दुर्ग के द्वारा SIT गठन कर निष्पक्ष जांच करने की बात कही चूंकि अभी तक शक के आधार पर महक के चाचा से पूछताछ जारी है किंतु परिवार जन से चर्चा उपरांत प्रतीत हुआ कि मामले में बहुत सारे पेंच हैं जिन पर जांच आवश्यक है जिसके सुलझ जाने से सही आरोपी तक पहुंचा जा सकता है। *दोषी कोई भी निकले,छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना ऐसे घिनौनी कृत्य के लिए दोषी को फांसी की सजा की मांग करती है।*