जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 8 की महिला जनपद पंचायत उम्मीदवार लक्ष्मी गंगबेर क्या ईमानदारी के साथ काम कर पाने में सक्षम हो पायेगी ?चूंकि सरपंची कार्यकाल के दौरान श्री मती लक्ष्मी गंगबेर ने आम जनता की मेहनत और पसीने की कमाई से निर्माण की गई लाखो रुपए के गोठान और सार्वजनिक शौचालय को खुलेआम बनाया कबाड़,जबकि आम आदमी की मेहनत और पसीने की कमाई से बनाई गई सरकारी संपत्ति की रक्षा करना उनकी नैतिक जिम्मेदारी बनती थी। वंही ग्राम पंचायत के अंदर मौजूद सार्वजनिक शौचालय में निर्माण कार्य पूरा होने के कई साल तक जड़ा था ताला । वंही लक्ष्मी गंगबेर की जगह उनके पति एस पी बनकर चलाते थे ग्राम अकलवारा और खोरदो को ऐसे में कई सवाल जमीनी धरातल से उठते हुए दिखाई दे रहा हैं।
वही दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के शक्ति केन्द्र से ताल्लुक रखने वाले भाजपाई नेताओं का लगातार समर्थन लक्ष्मी गंगबेर को मिलते हुए दिखाई दे रहा है।
बालोद जिला के सियासी सरजमीं पर मौजूद संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की राजनीतिक रणभूमि से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बिगुल इन दिनों बड़े जोर शोर से सुनाई देने लगा है। त्रि गुरूर जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 8 से चुनावी बिगुल का शोर कुछ ज्यादा ताबड़तोड़ आवाज में सुनाई देने की खबर है उसकी चर्चा काफी तेज बताई है,हालांकि आरक्षण व्यवस्था के अंदर इस क्षेत्र में महिलाओं को जिम्मेदारी उठाने का लाभ मिला हुआ है। दरअसल एक तरफ भारतीय जनता पार्टी की युवा पीढ़ी के लोकप्रिय महिला उम्मीदवार श्रीमती संध्या अंजेन्द्र साहू अपनी बेहतरीन कार्यशैली और बढ़िया आचरण के चलते दोबारा भारतीय जनता पार्टी की ओर से इस चुनाव मैदान पर मजबूती के साथ टिकी हुई दिखाई दे रही है तो वंही दूसरी ओर ग्राम पंचायत अकलवारा एवं खोरदो की विगत दस वर्षों से सरपंच रह चुकी श्रीमती लक्ष्मी गंगबेर के साथ ग्राम पंचायत खुन्दनी की रहने वाली श्रीमती गोदावरी दुष्यंत साहू भी चुनावी मैदान पर अपनी किस्मत आजमाते हेतू पूरे दमखम के साथ जुटी हुई नज़र आ रही हैं।