
बालोद : लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद एक ओर भारतीय जनता पार्टी जंहा संगठन स्तर को नया आयाम देने के साथ पार्टी की नींव को मजबूत करने हेतू बूथ स्तर से लेकर मंडल,व जिला और राज्य पर तय उम्र सीमा के दायरे में चुनाव करते हुए बदलाव कर रही है, तो वंही दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी अपने पुराने साथियों के दम पर ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार से अबतक मुकाबला कर रही है। कम से कम छत्तीसगढ़ प्रदेश के अंदर तो यही स्थिति देखने को मिल रहा है। विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव और अब जल्द ही पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव संपन्न होना है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी सिर्फ नये पदाधिकारियों को लेकर बयानबाजी के अलावा ज्यादा कुछ करते हुए नहीं दिखाई दे रही है। गौरतलब हो कि छत्तीसगढ़ राज्य में शासन करने के दौरान कांग्रेस पार्टी से ताल्लुक रखने वाले ज्यादातर लोग इन दिनों सलाखों के पीछे जाने हेतू लाइन में खड़े हुए बतायें जा रहे हैं और ऐसे में जाहिर सी बात है कब किसकी सामत कब आ जाये कहा नहीं जा सकता है। अब ऐसे में देरी की मायने को समझना आसान सी बात है। बहरहाल छत्तीसगढ़ राज्य के अंदर भारतीय जनता पार्टी ने लगभग 19 जिलों में नये जिला अध्यक्ष की घोषणा को अमलीजामा पहना दिया है। दो जिला के अंदर चुनाव किसी कारण वश नहीं कराया जा रहा है बांकी अन्य जिलों की जिला अध्यक्षों की घोषणा जल्द कर दी जावेगी। नये जिला अध्यक्षों की नाम के घोषणा के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने खुशी के मारे जगह जगह फोड़े फटाखे। बालोद जिला के नये जिला अध्यक्ष होंगे चेमन भाई देशमुख, पवन साहू की जगह को पूरा करेंगे नये जिला अध्यक्ष। पार्टी कार्यकर्ताओं ने जताई खुशी

बालोद जिला के अंदर भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता में शुमार पवन साहू जो कि बतौर भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष का पदभार संभाल रहे थे अब उनकी जगह चेमन देशमुख ने ले लिया है। चेमन देशमुख के नये जिला अध्यक्ष बनते ही भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं में खुशी की लहर व्याप्त है। डौंडीलोहारा विधानसभा क्षेत्र के खेरथा मंडल अध्यक्ष रह चुके हैं चेमन देशमुख। पार्टी और संगठन में रहते हुए धैर्य और संयम के साथ काम करने के लिए जाने जाते हैं। इसके साथ ही प्रदेश संगठन में भी जिम्मेदारी संम्हाल चुके हैं। छात्र राजनीति से सक्रिय रहे चेमन देशमुख आज इस मुकाम तक पहुंचे हैं। इस बीच उनके जिला अध्यक्ष बनने की खुशी में भारतीय जनता पार्टी से ताल्लुक रखने वाले सभी कार्यकर्ताओं ने खुशी जाहिर करते हुए बधाई दिया हैं और इस कड़ी में गुरूर विकासखण्ड क्षेत्र की लोकप्रिय जनपद पंचायत सदस्य श्रीमती संध्या साहू और भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता अजेन्द्र साहू ने शुभकामनाएं और बधाई अर्पित किया है।
बीजेपी जिला अध्यक्ष चेमन देशमुख के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है ताज, चूंकि जिला के तीनों विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की स्थिति कांग्रेस पार्टी के मुकाबले काफी पिछड़ी

इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि बालोद जिला के अंदर भारतीय जनता पार्टी की स्थिति बजाए कांग्रेस पार्टी के अपेक्षा पहले के माफिक काफी कमजोर है। गौरतलब हो कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के अंदर इस बख्त भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन सरकार है और बावजूद इसके जिला के तीनों विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी से ताल्लुक रखने वाले तीन विधायक हैं। राजनीतिक पंडितों की मानें तो कांग्रेस पार्टी के तीनों विधायक बैगर भाजपाईयों की मदद के बीना एक भी विधानसभा सीट नहीं जीत पाते अलबत्ता साफ शब्दों में कहें तो बालोद जिला के अंदर मौजूद भारतीय जनता पार्टी में आपसी तालमेल की साफ कमी है यानी कि गुटबाजी हावी है। हालांकि किसी भी राजनीतिक दल, समाजिक संगठन, समाज और परिवार या फिर सरकार के भीतर गुटबाजी किसी भी स्तर पर मान्य नहीं होता है किन्तु जंहा पर मैं हावी हो जाता है वहां पर सब कुछ जायज है। बहरहाल जिला के अंदर जिला अध्यक्ष चेमन भाई देशमुख की नियुक्ति हो चुकी है, किन्तु मंडल विस्तार के बाद भी गुरूर मंडल अध्यक्ष का चयन नहीं होना इस गुटबाजी की अटकलों को और ज्यादा हवा दे रहा है। बता दें कि बालोद जिला में भारतीय जनता पार्टी ने कुछ दिन पहले नये मंडलों का विस्तार करते हुए नये मंडल अध्यक्षों की घोषणा बखूबी तरीके से कर दिया है लेकिन इस बीच गुरूर मंडल के कमंडल में अब तक मंडल अध्यक्ष का नाम स्पष्ट नहीं हुआ है। मामले को लेकर गुरूर मंडल के भीतर मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं में काफी खुसूर फुसूर वाली बात चल रही है। वंही अबतक नाम स्पष्ट नहीं किये जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी के आला नेता चुप है। अब ऐसे में देखने वाली बात यह है कि नये जिला अध्यक्ष चेमन भाई देशमुख पार्टी के अंदर जो भी खिंचतान है उसे बरोबर कर किस तरह से गैरी मताने हेतू तैयार करते हैं।
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