संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की राजनीतिक रणभूमि के तौर पर मशहूर गुरूर क्षेत्र सियासी गलियारों की चर्चित खबर
बालोद : जिला के संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र जो कि पूरे जिला भर के अंदर राजनीतिक रण क्षेत्र की भूमि के तौर पर मशहूर है। वंही दूसरी ओर संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा की जन्मभूमि होने के चलते यह क्षेत्र राजनीतिक दृष्टिकोण के बिहाप पर काफी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। कुल मिलाकर देखा जाए तो संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की सियासी अंकगणित का आंकड़ा बस इसी क्षेत्र से फिट किया जाता है। ऐसे में जाहिर सी बात है कि विधानसभा क्षेत्र में सियासी धमा-चौकड़ी की शुरुआत यहीं से शुरू होती होगी। बहरहाल इन दिनों महिला एवं बाल विकास विभाग गुरूर के द्वारा एक तरफा संंजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की महिला विधायक संगिता सिन्हा को विशेष तव्वजो दिये जाने को लेकर धमा-चौकड़ी मची हुई साफ दिखाई दे रही है। एक दैनिक समाचार पत्र में छपे खबर के अनुसार भाजयुमो के महामंत्री अजेन्द्र साहू ने महिला एवं बाल विकास गुरूर के मत्थे यह आरोप जड़ा है कि विभाग के अधिकारियों द्वारा क्षेत्र के चुने हुए सांसद भोजराज नाग और जिला के प्रभारी मंत्री विजय शर्मा को तव्वजो जानबूझकर नहीं दिया जा रहा है। अपितु संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा के फोटो से भरे हुए पोस्टर और बैनर को गुरूर विकासखण्ड क्षेत्र अंतर्गत होने वाले सभी विभागिय कार्यक्रम में प्रचारित किया जा रहा है जबकि महिला एवं बाल विकास को इस तरह से भेदभाव पूर्ण तरीके से रवैया अख्तियार करते हुए कृत्य करने से साफ बचना चाहिए। विभाग को क्षेत्र के सभी निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का समान रूप से ख्याल रखना चाहिए ताकि किसी भी जनप्रतिनिधियों को उनकी उपेक्षा किये जाने का भाव न उत्पन्न हो सकें। बता दें कि गुरूर महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी बी आर मंडावी जी को लेकर बिते कई वर्षों में कई बेहद ही गंभीर विवाद और घटनाक्रम सुनने को मिला है। इस बीच माना जाता है कि इन तमाम विवादों के बावजूद बी आर मंडावी जी अपनी रसूख और राजनीतिक ताकत के बलबूते एक ही जगह पर बिते कई वर्षों से टिके हुए हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भर्ती में गड़बड़ी से लेकर आंगनबाड़ी कार्यकाताओ से बदसलूकी का आरोप झेल चुके हैं महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी बी आर मंडावी जी। वंही संजारी बालोद विधायक संगीता सिन्हा की महिला विधायक होने के नाते विधानसभा क्षेत्र के अंदर निवासरत गरीब और मजलूम महिलाओं को लेकर क्या रवैया रहता है यह किसी से छुपा नहीं हुआ है और जिस तरह से अपनी भतीजी प्रियंका सिन्हा को लेकर खामोश बैठी हुई है उसे देखकर लोगों के अंदर कई सवाल हैं। बहरहाल उक्त मामले को लेकर राजनीतिक गलियारों में काफी गहमागहमी नजर आ रही है अब देखना यह दिलचस्प होगा कि आखिरकार कांग्रेस पार्टी की ओर से तमाम सवालों को लेकर क्या जवाब आता है।