बालोद :पानी में गिरने से किसी की जान नहीं जाती, जान तभी जाती है जब तैरना नहीं आता। परिस्थितियाँ कभी समस्या नहीं बनती, समस्या तभी बनती है जब हमें परिस्थितियों से निपटना नहीं आता। बहरहाल बालोद जिला के गुरूर विकासखण्ड क्षेत्र में मौजूद कई गांव पानी की भंयकर समस्या से जूझ रहे है। अंचल के ज्यादातर किसान और मजदूर भरे आषाढ़ के महिने में हाथ पर हाथ धरे हुए बैठे हुए है। किसान खराब मानसून के चलते अपने घरों में दुबके हुए बैठे हैं तो वहीं मजदूर भी खेती किसानी के कार्य नहीं शुरू होने से निराश हो कर मायुस नजर आ रहे हैं। खराब मानसून के चलते इस साल नदी नाले में पानी का अभाव है। कई गांवो में हैंडपंप बंद हो गया हैं।
प्रधानमंत्री नल जल योजना अंतर्गत बनाई गई टंकी कई ग्राम पंचायतों में पहले से ही भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ चुका है। ऐसे में प्रधानमंत्री नल जल योजना के तहत पानी की जगह हवा बाहर निकल रही है। कुल मिलाकर देखा जाए तो अंचल में रहने वाले ग्रामीणों को पानी के लिए काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है। इस क्रम में गुरूर विकासखंण्ड क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत गंगोरीपार की स्थिति दयनीय बताई जा रही है। गंगोरीपार में विगत कई सप्ताह से प्रधानमंत्री नल जल योजना के तहत मिलने वाली पेय जल बंद है। ग्रामीण दूर दूर से गांव में लगे हुए हैंडपंपों से पानी भरने को मजबूर हो चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पानी का लेवल नीचे गिर जाने के वजह से घरों को मिलने वाली पानी बंद है। बता दें कि छत्तीसगढ़ राज्य में बालोद जिले के गुरूर विकासखण्ड क्षेत्र गिरते हुए जल स्तर को लेकर काफी चर्चा में है। बावजूद इसके अंचल में पानी का बेजा इस्तेमाल जमकर होता है। शायद इसलिए क्षेत्र में लगातार जल स्तर गिरता जा रहा है।
प्रधानमंत्री नल जल योजना अंतर्गत बनाई गई टंकी कई ग्राम पंचायतों में पहले से ही भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ चुका है। ऐसे में प्रधानमंत्री नल जल योजना के तहत पानी की जगह हवा बाहर निकल रही है। कुल मिलाकर देखा जाए तो अंचल में रहने वाले ग्रामीणों को पानी के लिए काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है। इस क्रम में गुरूर विकासखंण्ड क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत गंगोरीपार की स्थिति दयनीय बताई जा रही है। गंगोरीपार में विगत कई सप्ताह से प्रधानमंत्री नल जल योजना के तहत मिलने वाली पेय जल बंद है। ग्रामीण दूर दूर से गांव में लगे हुए हैंडपंपों से पानी भरने को मजबूर हो चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पानी का लेवल नीचे गिर जाने के वजह से घरों को मिलने वाली पानी बंद है। बता दें कि छत्तीसगढ़ राज्य में बालोद जिले के गुरूर विकासखण्ड क्षेत्र गिरते हुए जल स्तर को लेकर काफी चर्चा में है। बावजूद इसके अंचल में पानी का बेजा इस्तेमाल जमकर होता है। शायद इसलिए क्षेत्र में लगातार जल स्तर गिरता जा रहा है।