नगर पंचायत गुरुर में हो रहे भ्रष्टाचार पर कार्यवाही की मांग को लेकर पार्षद गण पहुंचे संचनालाय रायपुर।
जिला के बड़े सियासी महारथी और रणबांकुरों की रण भूमि जिसे संजारी बालोद विधानसभा की राजनीतिक राजधानी होने का दर्जा प्राप्त है। जी हां हम बात कर रहे हैं संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले गुरूर विकासखण्ड मुख्यालय की ज़हां पर नगर पंचायत में पदस्थ इंन्जियर लक्ष्मी कोठारी और सीएमओ के घटिया कार्य शैली से रणबांकुरों की इस रण भूमि का चप्पा-चप्पा कह रहा है.. छी दई इतना घटिया प्रशासनिक व्यवस्था? संजारी बालोद विधानसभा की सरजमीं पर मौजूद नगर पंचायत गुरूर के अंदर परेशानी का आलम इस कदर पसरा हुआ है कि अब नगर पंचायत गुरूर के चुने हुए पार्षद तक नगर पंचायत में पदस्थ अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने हेतू रायपुर आला अधिकारियों के चक्कर में घुंमते हुए दिखाई दे रहे हैं। हालांकि इस तरह की परेशानी संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की इस सरजमीं पर देखने को मिलेगा इसकी कल्पना नगर पंचायत गुरूर के निवासियों ने कभी नहीं किया होगा,बावजूद इसके विकास और मूल भूत सुविधाओं के लिए तरसती हुई इस सरजमीं को शांति और उन्नति के लिए मौजूदा सरकार से एक मजबूत भरोसे की दरकार है। ताकि नगरवासी शांति से उन्नति और तरक्की का सपना देख सके। ज्ञात हो कि नगर पंचायत गुरूर जितना विकास और उन्नति के लिए जाना व पहचाना जाना चाहिए उतना विवादों के लिए जाना व पहचाना जाता है। बड़े सियासी महारथियो और रणबांकुरों के रहते हुए विकास और उन्नति की जगह विवाद किसी भी स्तर पर मान्य है,लेकिन विडंबना इस बात को लेकर है कि नगर पंचायत गुरूर अपने कार्य शैलियों के चलते सदैव सुख्रियो में छाया रहता है। बिते दिनों कुछ ऐसे ही परेशानियों के चलते नगर पंचायत गुरूर के चुने हुए पार्षद शिकायत एवं जांच करवाने के लिए इंद्रावती भवन संचनालय हुए पहुंचे थे।
पार्षदों ने बताया की नगर पंचायत गुरु में अधोसंरचना मद से जोगिया तालाब सौंदरी कारण एवं गहरीकरण करने की स्वीकृति पर कार्य चल रहा है किंतु नगर पंचायत के इंजीनियर श्रीमती लक्ष्मी कोठारी के द्वारा प्रक्रिया को दरकिनार कर मनमाने तरीके से कार्य कराया जाता है वर्तमान में 12 लाख राशि के कार्य को बिना कोई प्राकलन तैयार किया तथा कार्य स्थल का बिना भौतिक निरीक्षण करें एवं बिना कोई जिओ टेक रिकॉर्ड बनाए ठेकेदारों को भुगतान किया गया जहां किए गए कार्य का कोई अता पता नहीं है, नगर में जोगिया तालाब सौंदरीकरणकार्य में लाखो का भ्रष्टाचार और अनियमितता के नजर आते पार्षदों और वर्तमान साय सरकार के प्रति नागरिकों का रोष उत्पन्न हो रहा है जिसका मुख्य जिम्मेदार इंजीनियर श्रीमती लक्ष्मी कोठारी है जिनका अपने कार्य क्षेत्र पर कोई कुशलता नजर नहीं आती ना ही अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर पाती हैं फल स्वरुप शासन से विकास कार्य करने के लिए प्रदान किए गए पर्याप्त राशि के बावजूद नगर पंचायत परिषद में प्रस्तावित कई आवश्यक विकास कार्य जैसे तहसील कार्यालय के सामने कांप्लेक्स निर्माण,अंबेडकर चौक पर कांप्लेक्स निर्माण नही हो पा रहा है.
पार्षद मुकेश साहू, सोनू लोहले एवम शोभित ओझा ने बताया की कार्यालय में इंजीनियर व अधिकारी की मनमानी चल रही है कोई कामकाज नियमानुसार नही हो रहा है पूरा काम लीपा पोती चल रहा है उपर शिकायत करने के लिए हमे दस्तावेज की जरूरत होती है तब उसे भी देने से साफ इंकार किया जाता है एक जनप्रतिनिधि को अपने ही कार्यालय में जानकारी लेने के लिए RTI लगाना पड़ता है. हमारा सवाल है क्या मुख्यमंत्री को भी अपने कार्यालय से जानकारी लेने के लिए RTI लगाना पड़ता होगा।
संचनालय में उच्च अधिकारी को हमने यह सब अवगत कराया तब उन्होंने तत्काल करवाई करने का आश्वासन दिया है।