@ विनोद नेताम के साथ संदिप साहू की रिपोर्ट....
बालोद : छत्तीसगढ़ राज्य के अंदर इन दिनों आयकर विभाग के अधिकारी कस्टम मिलिंग में हुई भूपेश बघेल सरकार के दौरान धांधली को लेकर जबरदस्त तरीके से छापामार कार्यवाही को अंजाम दे रहे हैं। इस दौरान जगह जगह कस्टम मिलिंग घपला से जुड़े हुए आरोपियों तक जांच पड़ताल करने हेतू आयकर विभाग की टिम दबिश देते हुए नजर आ रही है! वंही दूसरी ओर राज्य सरकार धान खरीदी की तारीखों में इजाफा करते हुए किसानो को ज्यादा सहुलियत देने का प्रयास करते हुए भी दिखाई देते हुए दिखाई दे रहा है! दरअसल छत्तीसगढ़ राज्य में धान और किसान एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है! किसानों के दम पर ही छत्तीसगढ़ राज्य में सरकार बनता है और किसानों के ही दम पर ही सरकार बिघरता है! इसलिए प्रदेश की सत्ता पर काबिज रहने वाली हर सरकार के लिए किसानों को हर हाल में खुश रखना सरकार की मजबूरी बताया जाता है! हालांकि हाल फिलहाल के दिनों में छत्तीसगढ़ राज्य के अंदर सरकार गिरने या गिराने जैसी स्थिति अभी नजर नहीं आ रही है,क्योंकि यंहा पर भाजपा की मजबूत डबल इंजन सरकार सत्ता पर काबिज है,लेकिन भाजपा की सरकार बनने के बाद जिस तरह से चांवल घोटाला और कस्टम मिलिंग में हुई घपला पर जांच जबदस्त तरीके से इन दिनों जारी दिखाई दे रहा है यदि उस तरह की जांच नान घोटाले से जुड़ी हुई कई बंद फाइलों पर हो रही होती तो कसम खुदा की कयामत आ जाता! खैर ये तो हुई घपले और घोटाले की बात अब बात कर लेते हैं लापरवाही और अनदेखी की बात! वैसे तो छत्तीसगढ़ सरकार किसानों को खुश करने हेतू अपनी घोषणानुसार किए गए वायदों पर खरा उतरने हेतू किसानों का एक एक दाना तय कीमत पर खरीद रही है! बावजूद इसके राज्य सरकार को धान खरीदी मामले को लेकर कई जगहों पर प्रशासनिक लापरवाहियों और अनदेखी के चलते नुकसान उठाना पड़ रहा है!
ज्ञात हो कि बीते कुछ दिनों पहले गुरूर नगर पंचायत के अंदर सड़क पर लगभग धान से भरी हुई 75 नग बोरी पड़ी हुई पाई गई! उक्त धान से भरी हुई बोरियां मोखा धान खरीदी केंद्र से राइस मिल पहुंचाई जा रही थी,लेकिन गाड़ी धान खरीदी केंद्र से भरकर धर्मकांटा से होते हुए राइस मिल जा रही थी' इसी दौरान गुरूर नगर के अंदर सड़क पर गाड़ी से धान की 75 बोरियां गिर गई! सड़क पर धान की भरी हुई बोरियों को देखकर काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी इस बीच किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा ट्रेक्टर ट्राली से गिरी हुई धान की बोरियों को ले जाने की सूचना प्राप्त हुई है! हालांकि यह ट्रैक्टर किसका था और धान से भरी हुई 75 बोरियों को कंहा पर ले गया है इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं हुई है, लेकिन मामले में हुई लापरवाही और अनदेखी की चर्चा लोगों के मध्य जबदस्त तरीके से बना हुआ है! लोगों की मानें तो छत्तिसगढ़ में धान और किसान जब महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तब कस्टम मिलिंग,चांवल घोटाला, नान घपला के साथ सड़क पर गिरी हुई 75 बोरियां शोभा प्रदान नहीं कर रही है! बावजूद इसके धान और किसान को लेकर अनदेखी जारी है! सूत्रों की मानें तो गुरूर विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मोखा धान खरीदी केंद्र में बिते दिनों अंचल में रहने वाले कई धान कोचियों की गाड़ीयों को देखा गया था! मामले को दबाने हेतू कई पतलकारो को अवैध तरीके से घूंस दी गई है,जबकि उक्त घटना के कुछ दिन बाद यह घटना घटने की जानकारी प्राप्त हुई है!