
विदित हो कि केंद्र सरकार के संरक्षण और अप्रत्यक्ष आदेश उपरांत राजधानी दिल्ली से बीते 03 अक्टूबर को सुबह 07 बजे जिस तरह से दिल्ली पुलिस ने वरिष्ठ पत्रकारों को गिरफ्तार किया है। यह लोकतंत्र के विरुद्ध आचरण है, साथ ही लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सीधा हमला है। बालोद जिले के अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के सभी पत्रकार साथियों ने दिल्ली पुलिस की इस एक पक्षीय कार्यवाही का विरोध करते हुए राष्ट्रपति महोदया के नाम ज्ञापन सौंपते हुए निवेदन किया है, कि आप महामहिम होने के नाते देश की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की सुरक्षा करें, ताकि पुनः देश भर में पत्रकारिता के लिए सुरक्षित माहौल बनाया जा सके। जिस तरीके से दिल्ली पुलिस के द्वारा न्यूज़क्लिक से जुड़े जिन वरिष्ठ पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया है, उन पर UAPA की कई धाराएं लगाई गईं हैं। उन्हे घंटो पूछताछ के नाम टार्चर किया गया, उनके मोबाइल और लैपटॉप की कथित तौर पर जप्ती की गई है, उन पर गैरकानूनी गतिविधियों के लिए सेक्शन 13, आतंकी कृत्य के लिए सेक्शन 16, आतंकी कृत्यों के लिए पैसा जुटाने के लिए सेक्शन 17, साजिश के लिए सेक्शन 18, कंपनी या ट्रस्ट द्वारा अपराध किए जाने पर 22(C) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है साथ ही आई पी सी की धारा 153A (पहचान के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 120B (आपराधिक साजिश) शामिल है। यह सब कुछ डराने वाला अनुभव है जिससे दिल्ली ही नही वरन पूरे देश के पत्रकार चिंतित है।गिरफ्तारी के बाद तक उन पर लगाई यह सभी धाराएं और आरोप पूरी तरह से निराधार तथा अप्रमाणित रहे हैं। यहां धाराएं पहले लगाई गई है और अपराध की कथित खोजबीन(जांच)बाद में की जा रही है।अवगत हो कि बीते कुछ सालों से देश में निष्पक्ष पत्रकारिता पर जिस तरह से लगातार सरकारी हमले किए इन्हे दर किनार करते हुए देश की सर्वोच्च सत्ता में बैठी केंद्र सरकार जिसे आलोचना या निष्पक्षता पसंद नहीं है,वह लोकतांत्रिक परंपराओं को सुरक्षित रखने के बजाए निरंकुशता की पक्षधर हो गई है।
बालोद जिले के इस पत्रकार संगठन ने महामहिम महोदया से ज्ञापन पत्र के माध्यम से यह मांग किया गया हैं, कि देश की निष्पक्ष पत्रकारिता को बचाने के लिए राष्ट्रपति अपने विशेषाधिकारों का प्रयोग करते हुए देश प्रदेश की सरकारों को यह आदेशित करें कि कोई भी सरकार आगामी दिनों में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को दबाने या तोड़ने का ऐसा षड्यंत्रकारी कृत्य न करें,जैसा कि दिल्ली के पत्रकारों जिनमे अभिसार शर्मा, भाषा सिंह, उर्मिलेश, प्रबीर पुरकायस्थ,पत्रकार परंजॉय गुहा ठाकुर,पत्रकार औनिंद्यो चक्रवर्ती, लेखक और इतिहासकार सोहैल हाशमी, स्टैंड-अप कॉमेडियन संजय रजौड़ा के साथ किया गया है। जिले के इस पत्रकार संगठन ने राष्ट्रपति महोदया को अवगत कराते हुए कहा है कि हम सब पत्रकारो में दिल्ली पुलिस की उक्त एकपक्षिय कार्यवाही के प्रति गहरा असंतोष और असुरक्षा का भाव घर कर गया है। अत: महामहिम महोदया जी से निवेदन किया गया है कि आप देश की सर्वोच्च नागरिक होने के नाते अपने तरफ से देश भर में निस्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता का माहौल बनाने का प्रयास करें। ज्ञापन सौंपने वालों में अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति छत्तीसगढ़ जिला बालोद के जिला अध्यक्ष कृष्णा गंजीर, उपाध्यक्ष संदीप साहू, महासचिव अमित मंडावी,सुभाष चंद साहू ,देवधर साहू,आशीष रामटेके, तालेश तिरसुनिया, जितेन्द्र गोस्वामी के साथ संगठन के प्रदेश सचिव विनोद नेताम विशेष रूप से उपस्थित थे।