बालोद/गुरुर -: किसी भी सरकार की आंख और कान प्रशासनिक सेवा में तैनात अधिकारी और कर्मचारी होते हैं। यदि अधिकारी और कर्मचारी बढ़िया काम करता है तो सरकार की छवि को लाभ मिलता है लेकिन यदि सरकार के आंख और कान जनता की सेवा करने की बजाए नेताओं की जी हुजूरी करते हुए दिखाई दिए जाएं तब निश्चित रूप से यह समझ जा सकता है कि एक ना एक दिन सरकार को जी हूजूरी करवाने का शौंक भारी पड़ने वाला है। बिलकुल ठीक यही नजारा बिते दिनों बालोद जिले के गुरूर तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत अरमरीकला में दिखाई देने की सूचना है। प्राप्त जानकारी अनुसार सरकारी घांस भूमि पर अरमरीकला के एक व्यक्ति ने पक्का घर निर्माण कर दिया था ग्रामीणो के द्वारा लगातार मना करने पर अवैध कब्जाधारी व्यक्ति ग्रामीणों को चमका देता था। मामले को लेकर अरमरीकला के ग्रामीणों द्वारा राजस्व विभाग में पदस्थ उच्च अधिकारियों को सूचित करते हुए कार्यवाही हेतू आवेदन प्रस्तुत किया था लेकिन राजस्व विभाग गुरूर में मौजूद अधिकारियों ने कार्यवाही करने के बजाए करेंगे करेंगे ऐसा कह कर लगातार टाल रहे थे। लगातार हो रही देरी से परेशान अरमरीकला के ग्रामीणों ने बिते दिनों सरकारी दौरा पर निकले छत्तीसगढ़ राज्य के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को सड़क जाम करते हुए रोक दिया। जिसके चलते गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को उल्टे पैर लौटाना पड़ा है। हालांकि गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को अरमरीकला में ग्रामीणो के द्वारा सड़क जाम कर रोके जाने की सूचना मिलते ही तहसील अमला गुरूर ने स्थानीय पुलिस की सहायता से अवैध कब्जाधारी की सरकारी भूमि पर बनाई गई मकान को बुलडोजर चलवा कर गिरा दिया है लेकिन सवाल यह उठ खड़ा होता है कि राजस्व विभाग गुरूर आखिरकार सरकार में शामिल मंत्रियो को अपनी गैरजिम्मेदाराना रवैया का परिचय कब तक देते रहेंगे। गुरूर तहसील क्षेत्र अंतर्गत ऐसे कई ग्राम पंचायत है जंहा पर इस तरह से अवैध कब्जाधारियो का हूजूम दिनों दिन कम होने की बजाए बढ़ रहा है। तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत गंगोरीपार में मनोज साहू नाम के व्यक्ति को अवैध कब्जा जमीन पर प्रधानमंत्री आवास योजना तक का लाभ दिया जा रहा है जबकि उसी गांव में मौजूद भूषण नेताम को खुद की जमीन को कब्जा करने से रोका जा रहा है। राजस्व विभाग में पदस्थ अधिकारियों को ऐसे तमाम कार्यों को बगैर लेट लतीफी करते हुए तत्काल जांच उपरांत सही गलत पर फैसला करना चाहिए ताकि आम जनता के मध्य किसी भी तरह से विवाद की स्थिति ना पनप सके। ऐसे कई मामले को लेकर हमारे द्वारा लगातार राजस्व अमला पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं लेकिन राज्स्व विभाग गुरूर के अंदर मौजूद अधिकारियों को शायद विभाग की इज्जत को लेकर कोई गंभीरता नहीं है। सूत्रों की मानें तो गुरूर तहसील क्षेत्र अंतर्गत कुछ ग्राम पंचायत के ग्रामीण तहसील मुख्यालय के द्वारा अवैध कब्जा मामले को लेकर सुनवाई नहीं करने से नाराज़ हो कर किसी बड़े नेता का घेराव करने वाले हैं। ऐसे में तहसील मुख्यालय गुरूर में पदस्थ अधिकारियों को सचेत रहने की आवश्यकता है साथ ही अवैध कब्जा से संबंधित विषयों पर तेज गति से काम करने की आवश्यकता महसूस किया जा रहा है ताकि ऐसे किसी संभावित घटना से बचा जा सके। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू मामले को लेकर ग्राम पंचायत अरमरीकला सरपंच तीजू राम मंडावी से मिलकर मामले से जुड़े हुए विषयों पर जानकारी चाहने का प्रयास किया गया था लेकिन तीजू राम मंडावी ने इस मामले को लेकर कुछ भी कहने से साफ इंकार कर दिया। हालांकि अरमरीकला के ग्रामीणों का कहना है कि मामले में उन्हें सरपंच होने की हैसियत से जानकारी देना चाहिए।