बालोद : किसी ने सच ही कहा है कि यदि भारत को देखना है तो भारत के गांवों को देखिए क्योंकि असल भारत गांवों में बसता है। भारत एक कृषि प्रधान देश है। इसके आबादी की आधे से ज्यादा लोग कृषि से जुड़े हुए हैं और भारत में कृषि गांवों में किया जाता है। भारत की कृषि मानसून पर आधारित होती है। छत्तीसगढ़ राज्य की कृषि सेक्टर भी देश के अन्य राज्यों की तरह मानसून पर निर्भर है। राज्य के ज्यादातर हिस्सों में मानसून आने से पहले खेती किसानी से जुड़े हुए कार्यों की तैयारी किसान करने में जुटे हुए दिखाई दे रहे हैं। राज्य में इस वक्त कांग्रेस पार्टी की सरकार मौजूद है जिनका मुख्य उद्देश्य गांव गरीब मजदूर किसान है। प्रदेश सरकार आगामी मानसून को देखते हुए किसानों की कृषि संबंधी तैयारियों को लेकर किसानों को पूरा सहयोग व सहायता प्रदान करने में इन दिनों जुटी हुई दिखाई दे रही है। सरकार किसानों के लिए लगभग हर स्तर खेती किसानी से जुड़े हुए संसाधनों को पहुंचाने हेतू जुटे हुए हैं। बालोद जिला पंचायत सभापति ललीता पीमन साहू ने बांटा किसानों को स्पेयर। ग्राम अरमरीकला में कृषि स्थायी समिति जिला पंचायत बालोद की सभापति ललिता पीमन साहू जी ने अरमरीकला क्षेत्र के चयनित किसानों को बैटरी चलित पावर स्पेयर वितरण किया है। किसानों को उनके फसलों में लगने वाली किटों से सूरक्षा हेतू किटनाशक छिड़काव हेतू कार्य मदद मिलेगा। डीएमएफ मद से प्रदाय स्पेयर वितरण कार्यक्रम कृषि विभाग के द्वारा सेवा सहकारी समिति अरमरीकला प्रांगण में हुआ।
इस अवसर पर जिला पंचायत सभापति के साथ कृषि स्थायी समिति जनपद पंचायत के सभापति राजकुमार साहू, राज्य कृषि नीति आयोग के सदस्य संजय प्रकाश चौधरी, सेवा सहकारी समिति अरमरीकला के प्राधिकृत अधिकारी दिनेश साहू, शासकीय महाविद्यालय अरमरीकला के अध्यक्ष टोमन साहू, सेक्टर अध्यक्ष ओमप्रकाश साहू, कृषि विभाग के RAEO मोहन सहरे सहित आसपास ग्रामों से आये हुए कृषक उपस्थित रहे।