@विनोद नेताम
धमतरी/आमदी :- धमतरी जिले के सबसे बड़े आबादी के तौर पर पहचान बना चुकी नगर पंचायत आमदी में अव्यवस्था एक समस्या नहीं बल्कि बिमारी बन कर उभर रही है। विडंबना यह है कि नगर पंचायत आमदी के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि नगर पंचायत आमदी की इस समस्या को दूर करने के बजाए सरकारी शराब दुकान के पास चखना दुकान खोलकर अपनी जिम्मेदारीयो का निर्वहन करते हुए दिखाई देते हुए नजर आते हैं। जबकि जनप्रतिनिधियों की नैतिक जिम्मेदारी जनता से जुड़ी हुई होती है। दराशल नगर पंचायत आमदी में सरकारी शराब दुकान मौजूद हैं। जंहा पर आसपास के ज्यादातर गांवों में निवासरत शराब के शौकीन व्यक्तियों का आना-जाना लगा रहता है। वैसे भी छत्तीसगढ़ राज्य में शराब एक बड़ी कमाई का जरिया माना जाता है। ऐसे में सरकार से लेकर आम आदमी तक शराब में कमाई को कमाई का जरिया मानकर चल रहे हैं। क्या नेता और क्या जनता सब के सब अपने अपने हिसाब से भिड़े हुए हैं। अबजब सरकार ही शराब के जरिए कमाई करने में जुटी हुई हो, तब ऐसे में क्या आम जनता और क्या छूटभैये नेता आखिरकार क्यों पिछे हटेंगे उन्हें भी तो रूपया चाहिए। शायद इसलिए जगह जगह शराब आज के वर्तमान दौर में कमाई का अहम जरिया बन गया है। ऐसे में धमतरी जिले के नगर पंचायत आमदी में नगर की जनता के द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि तक नगर में मौजूद सरकारी शराब दुकान के आसपास चखना दुकान डालकर चखना बेंच रहे हैं।
हैरानी की बात यह है कि जनप्रतिनिधियों की गैर जिम्मेदाराना व्यवहार के चलते नगर पंचायत आमदी में अव्यस्था का आलम पसरा हुआ है। नगर के कई वार्डों में मौजूद गली की नालियों में महिनों से गंदगी पसरा हुआ है, जिसके बावजूद नगर के जनप्रतिनिधियों को कोई फर्क नहीं पड़ राहा है। नगर पंचायत आमदी में मौजूद जनप्रतिनिधियों के इस रवैए के चलते नगरवासियों को ना सिर्फ अव्यवस्था के आलम से होकर गुजरना पड़ रहा है बल्कि नगरवासियों को अपने अधिकारों से भी वंचित होना पड़ रहा है।