बालोद/गुरुर :- भारत गांवों का देश है। 2011 के जनगणना अनुसार लगभग 70% आबादी गांवों में बसती है।राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अनुसार भारत को यदी करिब से देखना है तो भारत के गांवों में जाकर देखिए क्योंकि असल भारत गांवों में बसता है। शायद गांधी जी के इस शब्द को छत्तीसगढ़ राज्य में मौजूद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने सच कर दिखाने का प्रयास किया है। आज राज्य के अंदर मौजूद छोटे छोटे गांव अपनी एक अलग पहचान के रूप में सामने आ राहा है। इसलिए छत्तीसगढ़ राज्य के सियासी गलियारों में गुलाटी मारने वाले राजनीतिक पंडित यहां तक तर्क देते हुए नजर आते हैं कि यदि मौजूदा सरकार को करीब से परखना है या फिर देखना है तो राज्य के गांवों में जाकर देखिए क्योंकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार का काम राज्य के गांवों में दिखता है। राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री भूपेश के नेतृत्व में लगातार अपनी सभी योजनाओं में गांव,गरीब, किसान की ओर खासा ध्यान दिया है। सरकार की ज्यादातर योजना ग्रामीण भारत के विकास से जुड़ी हुई है। सरकार ने समाज के हर वर्ग के लिए कुछ ना कुछ करने का प्रयास किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस प्रयास से निश्चित तौर पर राज्य के ग्रामीण अंचल क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को नया पन का अहसास हुआ है। हालांकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस प्रयास को राहुलगांधी पहले ही किसी अन्य प्रदेश के चुनाव प्रचार में भूना चुके थे जिसके बावजूद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गृह जिले के किसानों ने इस वर्ष टमाटर का सही दाम नहीं मिलने से सैकड़ों किलो टमाटर सड़कों पर फेंकना पड़ा था। मामले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की काफी आलोचना भी हुई थी लेकिन आज उसी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने ग्रामीण भारत को विकास की नई उंचाई तक ले जाने हेतू गांव गांव में महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क का निर्माण कार्य कराते हुए गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की संकल्प को आगे बढ़ाने का एक सफल प्रयास राज्य के धरातल पर कर दिखाया है।
" मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुंगेली जिले के सरगांव में आयोजित भरोसे के सम्मान कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से प्रदेश में महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क का लोकार्पण किया है। इस रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के जरिए राज्य के गांवों को नई पहचान, महिलाओं को काम और सम्मान सहित किसानों को उचित दाम मिलेगा। बालोद जिले के 10 ग्राम पंचायतों में ग्रामीण औद्योगिक पार्क का उद्घाटन संपन्न हुआ। जिले में ग्रामीण युवाओं एवं महिला समूहों में उद्यमिता के विकास हेतु बालोद विकासखंड के ग्राम बरही और करकाभाट, गुरुर विकासखंड के ग्राम छेड़िया और भोथली, डौंडीलोहारा विकासखंड के ग्राम मार्री और नंगुटोला, डौंडी विकासखंड के ग्राम गुदुम और अरमुरकसा, गुंडरदेही विकासखंड के ग्राम गब्दी और कांदुल में मल्टी एक्टिविटी सेंटर स्थापित किया गया है। बालोद जिले के डौंडीलोहारा विकासखंड के ग्राम मार्री के ग्रामीण औद्योगिक पार्क में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में संसदीय सचिव व गुंडरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद, कलेक्टर कुलदीप शर्मा, पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती चंद्रप्रभा सुधाकर, एसडीएम मनोज कुमार मरकाम, जनपद सीईओ रूपेश पाण्डेय सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी – कर्मचारी व बड़ी संख्या में ग्रामीणजन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सम्मेलन से जुड़े हुए थे। ग्रामीण औद्योगिक पार्क मार्री में रेडीमेड वस्त्र निर्माण यूनिट स्थापित की गई है। अतिथियों द्वारा यूनिट का अवलोकन कर क्रियान्वयन के संबंध में कार्यरत महिलाओं से चर्चा की गई।
रोजगार के नए अवसर प्राप्त होने पर ग्रामीण महिलाओं ने शासन की इस योजना की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का धन्यवाद ज्ञापित किया है। जिले के गुरुर विकासखंड के ग्राम छेड़िया और भोथली में भी आज वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां मुनगा व केला फाईबर एक्सट्रेक्शन यूनिट स्थापित की गई है।