@विनोद नेताम
बालोद। कलेक्टर ने किया गुरूर में एसडीएम, तहसील एवं जनपद पंचायत कार्यालय का निरीक्षण कर लंबित राजस्व प्रकरणों का शीघ्र निराकरण एवं पंजियों का समुचित संधारण करने के निर्देश दिए। बता दे कि कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने आज विकासखण्ड मुख्यालय गुरूर में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसील एवं जनपद पंचायत कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर शर्मा ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय के पंजी का अवलोकन कर लंबित राजस्व प्रकरणों की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को लंबित राजस्व प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करने एवं समुचित रूप से पंजियों का संधारण करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कार्यालय के अधिकारी, कर्मचारियों से नामांकन, सीमांकन, बंटवारा, आर.बी.सी.6-4 के राशि की भुगतान के संबंध में जानकारी ली।
इस दौरान कलेक्टर ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय के विभिन्न शाखाओं का भी निरीक्षण किया। शर्मा जनपद पंचायत कार्यालय में पहुॅचकर विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कार्यालय के दस्तावेजों का भी अवलोकन किया। उन्होंने मौके पर उपस्थित अधिकारियों से लंबित पेंशन प्रकरणों के संबंध में जानकारी ली तथा इसका शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने प्रकरणों का आंनलाईन एण्ट्री नहीं होने पर नाराजगी जताई। इसके लिए उन्होंने संबंधित लिपिक के विरूद्ध कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने मनरेगा कक्ष का अवलोकन कर मनरेगा अंतर्गत कुल स्वीकृत कार्यों के संबंध में भी जानकारी ली। इस अवसर पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रेणुका श्रीवास्तव, एस.डी.एम. गंगाधर वाहिले, जनपद पंचायत गुरूर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेन्द्र पडौति आदि मौजूद थे।
विकासखण्ड क्षेत्र में निवास करने वाले आम जनता को ज्यादातर इन्हीं विभाग से संबंधित विषयों को लेकर बार बार चक्कर लगाना पड़ता है। तहसील क्षेत्र अंतर्गत राजस्व के प्रकरण सहित अनेक कार्य महिनों महिनों तक लंबित पड़े रहते हैं। गुरूर तहसील कार्यालय में जमीन दलालों की भूमिका संदेहास्पद है। वंही जनपद पंचायत कार्यालय के अंदर कमीशनखोरी की बोलबाला है। बैगर कमीशन के कोई भी कार्य स्वीकृत नहीं होता है। ज्यादातर अंचल क्षेत्र के आम नागरिक अधिकारियों के रवैए से परेशान हैं तो वंही स्थानीय नेताओं की दखल अधिकारियों और कर्मचारियों को स्वेच्छा से काम करने हेतू रोक देते है। ऐसे में कुलदीप शर्मा की नसीहत क्या रंग लायेगी यह देखना दिलचस्प होगा।