रायपुर राजधानी के कई बड़े रिहायषी इलाकों में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। कुत्तो के काटने से और बाइक के पीछे दौड़ने पर गिरने से अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि कई लोगों के घायल होने की बातें सामने आ रही है।
जनजागरूकता को मिली जानकारी में बताया गया है कि गुढ़ियारी में रहने वाले एल आई सी एजेंट दुलेष साहू 5 दिन पहले देर रात अपनी बाइक से घर लौट रहे थे । इसी दोैरान एक आवारा कुत्ते ने काटने के लिए दौड़ाया और वे हड़बड़ाकर बाइक से गिर गए उनको सिर चोंटे आई इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। अमूमन इस तरह की घटनाएं हर दिन हो रही है ।
5 साल में 25 हजार आवारा कुुत्तो का बधियाकरण
घटना के संदर्भ में रायपुर नगर पालिक निगम में स्वास्थ्य अधिकारी विजयपांडंे का कहना है कि पिछले पांच साल में 25 हजार आवारा कुत्तों का बधियाकरण किया गया है यही एक मात्र घटना को रोकने का उपाए है उनका कहना है कि राजनेता व पषु अधिकार सकिªय कार्यकर्ता व पर्यावरण विद मेनका गांधी ने कुत्ता नस्तीकरण पर रोक लगा दी है यह कानून 10 वर्ष पहले रदद कर दिया गया है इसलिए इनकी संख्या में नियंत्रण रख पाने में कठिनाई हो रही है। बर्थ कट्रोल नहीं कर सकते है लिहाजा आवारा कुत्ते की उपस्थिति बने रहती है बधियाकरण के बाद आवारा कुत्ते के तेज को अवष्य कम कर देते है और आक्रामक नहीं रह जाते
रोज सुबह निकलती है टीम
उन्होने बताया कि रोज टीमें निकलती है जिसमें 15 से 20 कर्मचारी है जो दौड़ाकर पकड़ते है और आसानी से पकड़ में नहीं आते फिर भी अभियान हर दिन जारी है। पिछले साल सिस्टम में टंेडर के जरिए यह कार्य होता रहा पर अब दो चिकित्सक मिल गए और बैरन बाजार मेे ऑपरेषन लैब बना दिया गया जहां बधिया करण का कार्य किया जाता है। लेकिन शहर के एनीमल लवर इस पर भी षिकायत करते है कि कुत्ते को क्यों पकड़ते है ऐसे में इन घटनाओं को रोक पाने में कठिनाई आती है।