भटक आता हूं पूरी दुनिया में…
थक हार कर एक ही मंज़िल की तलाश रहती है!
ज़िन्दगी न जाने क्यों आजकल मुझसे इतनी हताश रहती है!
मुझे सुकून तब तक किसी पहर नहीं मिलता…
जब तक मुझे मेरा घर नहीं मिलता!
आनंद मिलता है अक्सर, नये सफ़र में…
पर चैन मुझको किधर नहीं मिलता…
जब तक मुझे मेरा घर नहीं मिलता!
मिलता है यारों का साथ मुझे दफ्तर में…
सड़कों पर भीड़ का शोर भी मैं सहता हूं!
घर लौटता हूं तो मां पूछतीं है कि,
बेटा तेरे लहज़े में असर नहीं मिलता!
मैं कहता हूं माँ थका हारा हुआ हूँ!
वक़्त-हालात का मारा हुआ हूँ!
ये घर भी तेरे ही आंचल सा सुखद है…
मां मुझको तब तक सुकूँ नहीं मिलता…
कि जब तक तेरे हाथों तले मेरा सर नहीं मिलता…
और जब तक मुझे मेरा घर नहीं मिलता!
बालोद : पक्की छत की आस मन में लिये,जिला की एक गरीब महिला जो कि गुरूर विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मिर्रीटोला( पुरूर) की निवासी थी ! मरहूम वसीमा बेगम पति अब्दुल खान व परिवार के साथ विगत कई वर्षों से निवास कर रही थी ! वसीमा बेगम गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली महिला थी,लिहाजा भारत सरकार के द्वारा संचालित प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्की छत बनाने की ख्वाहिश वसीमा बेगम के मन में भी रही! वसीमा बेगम प्रधानमंत्री आवास योजना से संबंधित आवेदन को सरकारी दफ्तर में जमा करा कर काफी खुश नजर आ रही थी ! शायद उन्हें अपने आवेदन और सरकार की इस योजना पर कुछ ज्यादा ही भरोसा रही होगी! वसीमा बेगम की सोंच रही होगी,कि उनकी ख्वाहिश सरकार जल्द पूरा करेगी,लेकिन होनी को कुछ दूसरा होना मंजूर था जिसके चलते वसीमा बेगम की पक्की मकान बनाने की ख्वाहिश कच्ची मकान तले दबकर दफन हो गई है! दरअसल जिले में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है,लगातार बारिश आम जनता की जन जीवन को प्रभावित कर रही है! भारी बारिश के चलते गुरूर विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत मिर्रीटोला (पुरूर) में निवासरत वसीमा बेगम पति अब्दुल खान का कच्चा मकान वसीमा बेगम पर गिर गई, जिसके चलते वसीमा बेगम की मौत हो गई है,वंही अब्दुल खान को भी मकान गिरने से चोंट आई है ! वसीमा बेगम की मौत से आहत उनके परिजनों को शोक के समय में ढांढस बंधाने हेतू संजारी बालोद विधायक संगीता सिन्हा भी पहुंची ! सूत्रों की माने तो क्षेत्रीय विधायक ने पिड़ित परिवार को 4 लाख रूपया की मुआवजा राशि दिलाने हेतू आश्वासन दिया है, जबकि छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना पर पैसा खर्च करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है! केन्द्र तथा राज्य सरकारों द्वारा गरीबों के हित के नाम पर कई योजनाएं शुरू की जाती रही है! योजनाएं शुरू कर सरकारें खुद की पीठ थपथपा देती है, लेकिन इन्हें जमीन पर उतारने की बात करें तो अधिकतर योजनाएं शुरू होने के बाद कब अधर में चली जाती है इसका किसी के पास कोई जवाब नही होता है! इस तरह अधर में चल रही योजना का नाम है प्रधानमंत्री आवास योजना! इस योजना को शूरू करने का उद्देश्य गरीबों को पक्की आवास का लाभ देना है,लेकिन हकीकत के धरातल में छत्तिसगढ़ राज्य के अंदर इस योजना से ज्यादातर गरीब परिवार दूर खड़े होकर वसीमा बेगम की तरह ख्वाहिश लिये इंतजार में बैठे हुए है!
राज्य के दूसरे सबसे बड़े कांग्रेसी नेता मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री और पूर्व पंचायत मंत्री टी एस सिंहदेव ने प्रदेश के गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं दे पाने की एवज में नाराज हो कर कुछ दिन पहले ही पंचायत मंत्रालय को अलविदा कह चुके है! बताया जाता है,कि केंद्र सरकार की अति महत्वपूर्ण योजना प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत छत्तीसगढ़ की आठ लाख गरीब परिवारों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साढ़े 11 हजार करोड़ की राशि स्वीकृत की थी। जिसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्यांश का बहाना बनाकर बंद दिया है! जबकि मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों के लिए नया रायपुर में 505 करोड़ खर्च कर एयर कंडीशनर बंगले का निर्माण कराया जा रहा है! निश्चित तौर मौजूदा कांग्रेस पार्टी की सरकार को एयर कंडीशनर बंगले वाली ख्वाहिश को वसीमा बेगम की ख्वाहिश तरह दफन करना चाहिए और राज्य के लगभग 8 लाख गरीब परिवारों की पक्की मकान हेतू प्रयास करना चाहिए ! प्रदेश के सभी कांग्रेसी विधायकों को भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समझ प्रधानमंत्री आवास योजना पर चर्चा करना चाहिए ताकी गरीबों का सपना साकार हो सके ! प्रितम साहू पूर्व विधायक संजारी बालोद विधानसभा : कांग्रेस पार्टी की सरकार गरीबों को मिलने वाली केन्द्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर राजनीतिक रोटी सेंक रही है! प्रदेश के गरीब जनता मौजूदा सरकार की जनविरोधी नीतियों को खुले आंख से देख रही है,निश्चित तौर पर आम जनता कांग्रेस पार्टी को उनके घटिया सोंच का जवाब समय आने पर देगी !
बालोद : पक्की छत की आस मन में लिये,जिला की एक गरीब महिला जो कि गुरूर विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मिर्रीटोला( पुरूर) की निवासी थी ! मरहूम वसीमा बेगम पति अब्दुल खान व परिवार के साथ विगत कई वर्षों से निवास कर रही थी ! वसीमा बेगम गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली महिला थी,लिहाजा भारत सरकार के द्वारा संचालित प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्की छत बनाने की ख्वाहिश वसीमा बेगम के मन में भी रही! वसीमा बेगम प्रधानमंत्री आवास योजना से संबंधित आवेदन को सरकारी दफ्तर में जमा करा कर काफी खुश नजर आ रही थी ! शायद उन्हें अपने आवेदन और सरकार की इस योजना पर कुछ ज्यादा ही भरोसा रही होगी! वसीमा बेगम की सोंच रही होगी,कि उनकी ख्वाहिश सरकार जल्द पूरा करेगी,लेकिन होनी को कुछ दूसरा होना मंजूर था जिसके चलते वसीमा बेगम की पक्की मकान बनाने की ख्वाहिश कच्ची मकान तले दबकर दफन हो गई है! दरअसल जिले में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है,लगातार बारिश आम जनता की जन जीवन को प्रभावित कर रही है! भारी बारिश के चलते गुरूर विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत मिर्रीटोला (पुरूर) में निवासरत वसीमा बेगम पति अब्दुल खान का कच्चा मकान वसीमा बेगम पर गिर गई, जिसके चलते वसीमा बेगम की मौत हो गई है,वंही अब्दुल खान को भी मकान गिरने से चोंट आई है ! वसीमा बेगम की मौत से आहत उनके परिजनों को शोक के समय में ढांढस बंधाने हेतू संजारी बालोद विधायक संगीता सिन्हा भी पहुंची ! सूत्रों की माने तो क्षेत्रीय विधायक ने पिड़ित परिवार को 4 लाख रूपया की मुआवजा राशि दिलाने हेतू आश्वासन दिया है, जबकि छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना पर पैसा खर्च करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है! केन्द्र तथा राज्य सरकारों द्वारा गरीबों के हित के नाम पर कई योजनाएं शुरू की जाती रही है! योजनाएं शुरू कर सरकारें खुद की पीठ थपथपा देती है, लेकिन इन्हें जमीन पर उतारने की बात करें तो अधिकतर योजनाएं शुरू होने के बाद कब अधर में चली जाती है इसका किसी के पास कोई जवाब नही होता है! इस तरह अधर में चल रही योजना का नाम है प्रधानमंत्री आवास योजना! इस योजना को शूरू करने का उद्देश्य गरीबों को पक्की आवास का लाभ देना है,लेकिन हकीकत के धरातल में छत्तिसगढ़ राज्य के अंदर इस योजना से ज्यादातर गरीब परिवार दूर खड़े होकर वसीमा बेगम की तरह ख्वाहिश लिये इंतजार में बैठे हुए है!
राज्य के दूसरे सबसे बड़े कांग्रेसी नेता मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री और पूर्व पंचायत मंत्री टी एस सिंहदेव ने प्रदेश के गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं दे पाने की एवज में नाराज हो कर कुछ दिन पहले ही पंचायत मंत्रालय को अलविदा कह चुके है! बताया जाता है,कि केंद्र सरकार की अति महत्वपूर्ण योजना प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत छत्तीसगढ़ की आठ लाख गरीब परिवारों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साढ़े 11 हजार करोड़ की राशि स्वीकृत की थी। जिसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्यांश का बहाना बनाकर बंद दिया है! जबकि मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों के लिए नया रायपुर में 505 करोड़ खर्च कर एयर कंडीशनर बंगले का निर्माण कराया जा रहा है! निश्चित तौर मौजूदा कांग्रेस पार्टी की सरकार को एयर कंडीशनर बंगले वाली ख्वाहिश को वसीमा बेगम की ख्वाहिश तरह दफन करना चाहिए और राज्य के लगभग 8 लाख गरीब परिवारों की पक्की मकान हेतू प्रयास करना चाहिए ! प्रदेश के सभी कांग्रेसी विधायकों को भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समझ प्रधानमंत्री आवास योजना पर चर्चा करना चाहिए ताकी गरीबों का सपना साकार हो सके ! प्रितम साहू पूर्व विधायक संजारी बालोद विधानसभा : कांग्रेस पार्टी की सरकार गरीबों को मिलने वाली केन्द्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर राजनीतिक रोटी सेंक रही है! प्रदेश के गरीब जनता मौजूदा सरकार की जनविरोधी नीतियों को खुले आंख से देख रही है,निश्चित तौर पर आम जनता कांग्रेस पार्टी को उनके घटिया सोंच का जवाब समय आने पर देगी !