बालोद : पिछले दिनों जिले में भारी बारिश का कहर लोगों को देखने को मिली ! बारिश के चलते जिला के गुरूर विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत कवंर में बाढ़ का भंयकर कहर ग्रामवासियों पर टूट पड़ा!बाढ़ से आहत ग्रामवासियों के लिए शासन और प्रशासन से जुड़े हुए अधिकारियी ने और ग्राम पंचायत कवंर के पंचायत सदस्यों ने देवदूत बनकर मुश्किल की इस घड़ी में बराबर सहभागी बनकर मजबूती से बाढ़ का सामना किया है!वंही क्षेत्र की जनपद सदस्या हिना बंधु की संवेदनशीलता काबिले तारीफ मानी जा सकती है! सूत्रों की माने तो जनपद सदस्य हिना बंधु और उनके पति केशव बंधु बाढ़ के दौरान ग्रामीणों की सहयोग एवं सहायता के लिए ग्राम पंचायत कवंर की सरपंच दिव्या पटेल एवं अन्य पंचायत सदस्यों के साथ मिलकर लगातार डटे रहे!वैसे देखा जाए तो बाढ़ से आहत परिवारों को राहत प्रदान करना शासन और प्रशासन की अहम जिम्मेदारी और जवाबदेही है !जिसकी भरपाई ग्राम कवंर में बाढ़ के दौरान शासन और प्रशासन के साथ मिलकर ग्राम पंचायत एवं जनपद पंचायत सदस्या,ने बखूबी तरीके से करने का प्रयास किया है! सभी के द्वारा किए गए सहयोग से ग्रामीणों को ज्यादा बाढ़ और भारी बारिश के दौरान ज्यादा मुश्किलो का सामना नहीं करना पड़ा है,जो कि अच्छी बात मानी जा सकती है! हालांकि बाढ़ के चलते सैकड़ों किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद होने की कगार पर है,तो वंही कई ग्रामवासियों के घरों को नुकसान पहुंचने का भी अनूमान है।बाढ़ से आहत परिवारों की वर्तमान समय में मानसिक स्थिति क्या होगी यह समझा जा सकता है,लेकिन विपक्षी दल के एक पुचपुचहा टाईप नेता को बाढ़ के दौरान भी राजनीति नजर आ गई,जिसके चलते उसकी खुद की पार्टी में इन दिनों उसकी स्वयं की भारी किरकिरी होने की खबर है! बताया जाता है,कि ग्राम कवंर में भारी बाढ़ की खबर सुनकर नेता जी स्वयं की राजनीतिक पृष्ठभूमि को मजबूती प्रदान करने के नियत से बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने हेतू निकले हुए थे ! इस दौरान नेता जी को अचानक राजनीति सूझ गई,और जब पुचपुचहा टाईप नेता को ऐसे समय में राजनीति सूझता है,तो उसकी राजनीति की मायने क्या हो सकती है,यह हमें बताने की आवश्यकता नहीं है!शासन और प्रशासन के द्वारा किए जा रहे राहत कार्यों पर राजनीतिक रोटी सेंकने की नियत से फोटो खिंचकर सोसल मीडिया में वायरल कर यह बताने की कोशिश की गई कि बाढ़ से आहत परिवारों को उनके द्वारा राहत पहुंचाने हेतू मदद की जा रही है, जबकि हकीकत के धरातल में वह देवदूत जिला प्रशासन बालोद ग्राम पंचायत कवंर एवं जनपद सदस्य व उनके सहयोगी ग्रामवासी थे!निश्चित तौर पर यह घटीया राजनीति की पराकाष्ठा है युवा नेताओं को इस तरह के आचरण से परहेज़ करते हुए जमीनी स्तर पर मजबूती से कार्य करना चाहिए साथ ही पार्टी के अन्य सहयोगी है उनसे सलाह लेकर एक दूसरे के साथ मिलकर कार्य करना चाहिए ताकी भविष्य में क्षेत्र को एक बढ़िया राजनीतिक पृष्ठभूमि का लाभ मिल सके! वैसे देखा जाए तो इस पुचपुचाहट राजनीति से इनकी खुद की पार्टी के वरिष्ठ नेता तक परेशान हैं,जिनके कंधों पर आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों का अतिरिक्त भार है! ऐसे में युवा नेताओं की इस तरह से आचरण राजनीतिक दृष्टिकोण उनके और पार्टी के लिए हानी कारक साबित हो रही है!इस समय विपक्षी दल को ज्यादा संवेदनशील नेताओं की आवश्यकता महसूस हो रही है,जिन्हें जमीनी स्तर पर मजबूती से कार्य करने का अनुभव हो,क्योंकि इस तरह की राजनीति किसी भी राजनीतिक दल के लिए उचित नहीं माना जाता है! तोषण साहू अध्यक्ष ब्लाक कांग्रेस कमेटी गुरूर - भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए आपदा में अवसर तलाश कर रहे है! केन्द्र में मौजूद सरकार भी मंहगाई की इस दौर में कृषि उत्पाद में जी एस टी लगा कर आम जनता से पैसा वसूल रही है ऐसे में उनकी पार्टी के नेता और कर भी क्या सकते है! दिव्या पटेल सरपंच ग्राम पंचायत कवंर : मुश्किल की इस दौर में ग्राम पंचायत कवंर ग्राम के सभी पिड़ित किसान,और बाढ़ से आहत परिवारों के साथ खड़ा है! हिना बंधु जनपद सदस्य ग्राम कवंर : बाढ़ से आहत ग्राम पंचायत कवंर के सभी पिड़ित परिवार संकट के समय में खुद को अकेला ना समझे ग्राम कवंर के सभी परिवार पिड़ित परिवारों के साथ है! त्रिलोकी साहू उपसरपंच ग्राम पंचायत कवंर : बाढ़ से प्रभावित किसान परिवार और आपदा से प्रभावित ग्रामवासियों को शासन और प्रशासन उचित मुआवजा प्रदान करें ताकि बाढ़ के चलते जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई हो सके !