विनोद नेताम
बालोद : सरकार के मंशा अनूरूप जिलावासियों की समस्याओं का समाधान हेतू जिला संयुक्त कार्यालय बालोद में लगभग हर सप्ताह जिला कलेक्टर के द्वारा जनदर्शन कार्यक्रम का आयोजन होता है! इस कार्यक्रम का आशय: निश्चित तौर पर भारत के संविधान में निहित अधिकारों का समुचित लाभ आम नागरिकों तक पहुंचाना होता है! अतः इस दौरान जिला के हर कोने से जिलावासी अपनी समस्याओ की गठरी को कंधे पर ढोकर इस उम्मीद से आता है,की वह एक भारतीय नागरिक हैं! एक भारतीय नागरिक होने के नाते उन्हें संविधान में निहित अधिकारों का समुचित लाभ उठाने का पूर्ण अधिकार है! निश्चित तौर हर भारतीय नागरिक का यह अधिकार बनता है,कि वह शासन की योजनाओं का लाभ सरकार के द्वारा बनाई गई नियम के अनुसार उठाये!आम जनता तक शासन की सभी योजनाएं सही समय में पहुंचे इसके लिए सरकार और जिला प्रशासन जवाबदेह है! आखिर इनका चयन भारत के आम जनता की सेवा हेतू किया गया है !यदि आम जनता को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है,उस स्थिति में सरकार और जिला प्रशासन की चुक मानी जा सकती है! आम भाषा में इसे जवाबदेही से मुकरना या जवाबदेही में लपारवाही बरतना भी कह सकते है! लिहाजा शासन और प्रशासन को आम जनता से जुड़े हुए आवेदनो को गंभीरता से लेते हुए मामलों का निपटारा जल्द पूरा करने का प्रयास करना चाहिए ताकी जनता को सही समय पर लाभ मिल सके!बहरहाल बालोद जिला के कलेक्टर जनदर्शन में सुनवाई हेतू जाने वाले आवेदनकर्ताओं की समस्या काफी लंबे दिनों से धरी के धरी पड़ी हुई है, जिसके चलते आवेदनकर्ताओं में जिला प्रशासन को लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है! जिला के गुरूर तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कोचवाही की आवेदक सावित्री यादव पति हेमलाल यादव की एक दर्द भरी वेदना है! सावित्री यादव पिछले कई महीनों से कलेक्टर कार्यालय बालोद तो कभी तहसील कार्यालय गुरूर, पुलिस अधीक्षक कार्यालय बालोद ,तो कभी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट वार्ता मुलाकात कार्यक्रम में जाकर मिल रहे है! इस दौरान सावित्री बाई हर जगह अपनी समस्याओ से संबंधित आवेदन अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सौंप चुके है!इस उम्मीद पर की उन्हें उनके अधिकारों का लाभ उन्हें मिल सके, लेकिन अब सावित्री यादव शासन और प्रशासन के समक्ष आवेदन प्रस्तुत कर- कर के अब थक चुकी है! उनकी इस थकान का कारण शासन और प्रशासन की गैर जिम्मेदाराना रवैया नहीं है, बल्कि वह विश्वास और भरोसा है !जिसके बदौलत एक आदमी अपनी अधिकारों के प्रति जागरूकता दिखाते हुए शासन और प्रशासन में बैठे हुए लोगों को यह अहसास करता है,कि आप हमारे लिए इस कुर्सी पर बैठे हो,और आपकी जिम्मेदारी है हमारी समस्याओ का समाधान करना!आज के मौजूदा दौर में शासन और प्रशासन को पहले की अपेक्षा तेज गति से कार्य करने की आवश्यकता है,यदि इसी तरह आम जनता के आवेदन ज्यादा दिनों तक लंबित रही तो आम जनता का शासन और प्रशासन से भरोसा उठ जाएगा! किसी भी राष्ट्र के शासक और प्रशासक के लिए आम जनता के मध्य उनकी छवि बेहतर रहे तो यह अच्छी स्थिति मानी जा सकती है, लेकिन आम जनता सावित्री यादव की तरह उम्मीद विहिन हो जाए तब उस स्थिति को समझा जा सकता है!शासक और प्रशासक वर्ग को उस स्थिति के विषय में गंभीरता से विचार करने की गहन आवश्यकता है! अतः शासन और प्रशासन को आम जनता के आवेदनो पर गंभीरता दिखाते हुए कार्य करना चाहिए ताकी जिला के ज्यादा से ज्यादा जनता की समस्याओं का समाधान हो सके। वैसे भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पुरे प्रदेश में घुम घुम कर इस बख्त आम जनता से जुड़े हुए समस्याओं का त्वरित निराकरण करने का ठिंठोरा गांव गांव,व शहर शहर पिट रहे है! ऐसे में सावित्री यादव की लंबी समय से लंबित पड़ी आवेदन एक बड़ा सवाल है!