बालोद: छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से सबसे ज्यादा चर्चित योजना में जमकर लापरवाही बालोद जिला में देखी जा रही है ! जिला मुख्यालय से महज 12 किलोमीटर दूर ग्राम नेवारीकला में प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी नरवा, गरुवा, घुरवा, और बाड़ी योजना अंतर्गत लाखों रुपये की लागत से नए गोठान का निर्माण किया गया है, लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही से गौठान की स्थिति बदत्तर हो गया है। मवेशियों के गोठान में ग्रामीणों का कब्जा है तो वहीं शराबियों ने भी गौठान को शराब पीने का अड्डा बना लिया है। कुछ महीने पहले गौठान समिति के सदस्यों की शिकायत पर जनपद पंचायत द्वारा असमाजिक तत्वों पर कार्यवाही की मांग को लेकर बालोद थाना में शिकायत दर्ज कराया गया था लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई है। कार्यवाही नही होने और प्रशासन द्वारा देखरेख के अभाव के कारण गौठान की स्थिति और बिगड़ती जा रही है। सरकार के द्वारा जिला के लगभग सभी ग्राम पंचायत में गोठान निर्माण कार्य किया गया है, जिसकी देखरेख व निगरानी हेतू सभी जगह गोठान सिमिती अलग से गठित की गई है ! जिसके बावजूद जिला में इस तरह की घटना घटित होना छत्तिसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के लिए कतैई सही नहीं माना जा सकता है!
असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़फोड़ भी किया गया है वहीं शराब पीने का अड्डा भी बना लिया है। ग्राम नेवारीकला में शासन-प्रशान के ओदश की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। आज भी गौठानों में शराब के बोतल टूटे पड़े हुए है, वहीं चारों ओर गंदगी पसरा हुआ है। वहीं अब गौठान वाली शासकीय जगह पर अवैध कब्जा कर कई ग्रामीण घर भी बनाना शुरु कर दिए हैं। प्रशासन द्वारा समय रहते गौठान की स्थिति सुधारने की आवश्यकता है यदि नहीं सुधारी गई तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी योजना नरवा गरवा घुरवा बाड़ी प्रभावित हो सकती है।