रायपुर : हसदेव अरण्य अभ्यारण क्षेत्र के अंतर्गत कोयला खनन हेतू क्षेत्र के जंगलों से वृक्षों को कांटा जा रहा है ! इन जंगलों से वृक्षों को कांटे जाने को लेकर क्षेत्रवासी लामबंद होकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं , जिसके चलते छत्तिसगढ़ सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बैकफुट पर आ गए हैं ! प्रदेश दौरा कार्यक्रम पर निकले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से हसदेव अरण्य अभ्यारण क्षेत्र के जंगलों से वृक्षों की कटाई को लेकर जगह जगह तीखे सवाल पुछे जा रहे है !वंही हसदेव अरण्य पर भूपेश मंत्रीमंडल एक मत नहीं है इसलिए इन दिनों अंतर्विरोध खुलकर सामने आ रहा है, जबकि सरकार के किसी भी निर्णय में मंत्री मंडल की सामुहिक रूप से जवाबदेह है! हसदेव अरण्य पर पंचायत एवं स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव की प्रतिक्रिया के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान निराशाजनक है ! सत्ता पक्ष के लगभग सारे विधायक इस विषय पर चुप्पी साधे बैठे हैं! ऐसे में अंतर्विरोधों की स्थिति में मंत्री मंडल के बांकी सदस्यों को हसदेव अरण्य पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए , उन्हें बताना चाहिए कि क्या वो प्रदेशवासियों के हितों को दरकिनार कर राजस्थान सरकार के साथ है ? हसदेव अरण्य अभ्यारण क्षेत्र के संबंध में लगातार सवाल पुछे जाने से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं असमंजस्य की स्थिति में है , जिसके चलते मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान में लगातार बदलाव देखने को मिल राहा है ! ..मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान.
दरअसल पंचायत और स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव 6 जून 2022 को हसदेव अरण्य में कोयला खनन परियोजना की स्वीकृति के ख़िलाफ़ चल रहे अनिश्चितकालीन धरना स्थल ग्राम ह8रिहरपुर जिला सरगुजा पहुंचे हुए थे ! जंहा पर ग्रामीणों ने कहा कि सभी गांव के सरपंच और पंच यंहा मौजूद है । प्रशासन द्वारा किसी भी ग्रामीण से फर्जी ग्रामसभा प्रस्ताव की जांच हेतू बयान नहीं लिया गया है , उक्त मामले की जांच हेतू कोई जांच अधिकारी गांव में नहीं आया फिर भी कलेक्टर कैसे कह रहे हैं ,कि जांच हो गई है और ग्रामसभा प्रस्ताव सही है , प्रशासन मामले में निष्पक्ष कार्यवाही करने के बजाए क्षेत्र के गरीब आदीवासियों के अधिकारियों को कुचलने का प्रयास कर रही है ! अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे ग्रामीणों की बात सुनने के बाद टी एस सिंहदेव ने कहा कि आज पुरी दुनिया कोयले से बिजली बनाने की बजाए वैकल्पिक उर्जा पर जा रही है ! केन्द्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2030 तक कोयला आधारित बिजली की उत्पादन को आधा की प्रतिबद्धता जताई है !इस स्थिति में हसदेव जैसे जंगलों का विनाश नहीं होना चाहिए कोयला ऐसी जगह से निकाला जा सकता है जंहा जंगल नहीं है ! खनन कंम्पनी के लोग कोयला खनन हेतू लगातार अनैतिक कार्य को अंजाम दे रहे है , बाहर के लोगों को हसदेव क्षेत्र के ग्रामवासी बता कुछ मुझसे मिलवा था जिसकी जानकारी मिलते ही मैंने नाराजगी जताई थी ! ग्रामवासी एकराय रहे तो आपकी जमीन कोई नहीं छीन सकता है , यदि आप एक राय है तो मैं आपके जल जंगल जमीन बचाने की लड़ाई में पहली गोली खाने को तैयार हूं ! स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के द्वारा हसदेव अरण्य अभ्यारण क्षेत्र के संबंध में दिए गए बयान के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सकते में है और टी एस सिंहदेव के बयान का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि क्षेत्र के विधायक टी एस सिंहदेव जब तक नहीं चाहेंगे तब तक पेड़ क्या पेड़ की डंगाल तक नहीं कांटी जा सकती है ! विदित हो , कि छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांकेर जिला जिला में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों के द्वारा हसदेव अरण्य अभ्यारण को लेकर सवाल उठाए थे जिसके जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि मामले में आवाज बुलंद करने वाले लोग सबसे पहले अपने घरों की बिजली बंद करें ! हसदेव अरण्य अभ्यारण को लेकर कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं !
दरअसल पंचायत और स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव 6 जून 2022 को हसदेव अरण्य में कोयला खनन परियोजना की स्वीकृति के ख़िलाफ़ चल रहे अनिश्चितकालीन धरना स्थल ग्राम ह8रिहरपुर जिला सरगुजा पहुंचे हुए थे ! जंहा पर ग्रामीणों ने कहा कि सभी गांव के सरपंच और पंच यंहा मौजूद है । प्रशासन द्वारा किसी भी ग्रामीण से फर्जी ग्रामसभा प्रस्ताव की जांच हेतू बयान नहीं लिया गया है , उक्त मामले की जांच हेतू कोई जांच अधिकारी गांव में नहीं आया फिर भी कलेक्टर कैसे कह रहे हैं ,कि जांच हो गई है और ग्रामसभा प्रस्ताव सही है , प्रशासन मामले में निष्पक्ष कार्यवाही करने के बजाए क्षेत्र के गरीब आदीवासियों के अधिकारियों को कुचलने का प्रयास कर रही है ! अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे ग्रामीणों की बात सुनने के बाद टी एस सिंहदेव ने कहा कि आज पुरी दुनिया कोयले से बिजली बनाने की बजाए वैकल्पिक उर्जा पर जा रही है ! केन्द्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2030 तक कोयला आधारित बिजली की उत्पादन को आधा की प्रतिबद्धता जताई है !इस स्थिति में हसदेव जैसे जंगलों का विनाश नहीं होना चाहिए कोयला ऐसी जगह से निकाला जा सकता है जंहा जंगल नहीं है ! खनन कंम्पनी के लोग कोयला खनन हेतू लगातार अनैतिक कार्य को अंजाम दे रहे है , बाहर के लोगों को हसदेव क्षेत्र के ग्रामवासी बता कुछ मुझसे मिलवा था जिसकी जानकारी मिलते ही मैंने नाराजगी जताई थी ! ग्रामवासी एकराय रहे तो आपकी जमीन कोई नहीं छीन सकता है , यदि आप एक राय है तो मैं आपके जल जंगल जमीन बचाने की लड़ाई में पहली गोली खाने को तैयार हूं ! स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के द्वारा हसदेव अरण्य अभ्यारण क्षेत्र के संबंध में दिए गए बयान के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सकते में है और टी एस सिंहदेव के बयान का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि क्षेत्र के विधायक टी एस सिंहदेव जब तक नहीं चाहेंगे तब तक पेड़ क्या पेड़ की डंगाल तक नहीं कांटी जा सकती है ! विदित हो , कि छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांकेर जिला जिला में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों के द्वारा हसदेव अरण्य अभ्यारण को लेकर सवाल उठाए थे जिसके जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि मामले में आवाज बुलंद करने वाले लोग सबसे पहले अपने घरों की बिजली बंद करें ! हसदेव अरण्य अभ्यारण को लेकर कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं !