धमतरी:- धमतरी विधानसभा में देमार से लगे ग्राम पीपरछेड़ी के चमन दास साहू जिनके पिताजी रामदास साहू पेसे से ट्रैक्टर के ड्राइवर हैं और माता उनके गृहणी हैं जो स्वास्थ्य खराब के चलते घर पर ही रहती है। चमन दास साहू शुरू से मेहनती रहा है परंतु आर्थिक परिस्थिति के कारण मजबूर होना पड़ा है।
उन्होंने जैसे-तैसे 12वीं तक की पढ़ाई अंजुमन हायर सेकेंडरी धमतरी में की उसके बाद में बीएससी करने के लिए पीजी कॉलेज में दाखिल हुए परंतु आर्थिक अभाव के कारण वह कॉलेज भी नहीं कर सका।
इसी बीच उन्होंने 2011-12 में आरती मेडिकल में नौकरी चालू किए जहां पर 1200 रु महीना से लेकर के 6 सालों में ₹2800 रु महीना तक का नौकरी किया ।
2016 में अचानक उनकी रूचि शास्त्रीय संगीत को लेकर हुई और उन्होंने अपने मन में यह ठाना कि चाहे कुछ भी हो जाए मुझे शास्त्रीय गायन के क्षेत्र में जाना ही है। इसी क्रम में उनकी मुलाकात कृष्णा संगीत महाविद्यालय के प्राचार्य वीरेंद्र साहू जी से हुई जिनके मदद से वह खैरागढ़ विश्वविद्यालय में बीए ऑनर्स वोकल में प्राइवेट में पढ़ाई वर्ष 2017 -18 और 19 में कंप्लीट किया।
उसके बाद में वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते लॉकडाउन में कॉलेज बंद रहा जिसके चलते 2 वर्ष तक पढ़ाई बंद हुआ ।जैसे ही कोविड की स्थिति नॉर्मल हुई उन्होंने वर्ष 2021 में m.a. प्रीवियस का एग्जाम प्राइवेट दिलाया उसके बाद वर्तमान में वह m.a. फाइनल रेगुलर करना चाहता है ।जिसके लिए 1 वर्ष में लगभग ₹60000 खर्च आना है जिसमें से कुछ खर्च वह अपने से वहन करने में सक्षम होगा परंतु सारा खर्च वहन करने में सक्षम नहीं है। वह अपना भविष्य खैरागढ़ विश्वविद्यालय के डॉ दिवाकर कश्यप के मार्गदर्शन में शास्त्रीय गायन में निपुण होना चाहते हैं ।
इसी के साथ वह रुद्री में दिव्यांग बच्चों को भी शास्त्रीय गायन के क्षेत्र में निशुल्क सेवा दे रहे हैं जिससे उनका सेवाभावी होना भी झलकता है ।