विनोद नेताम
बालोद : : समस्त संसार भर में पीने योग्य पानी की भंयकर कमी है ,और भारत भी इस संकट से अछूता नहीं रहा है । निश्चित तौर पानी की समस्या किसी भी राष्ट्र व देश के लिए सही नहीं माना जा सकता है । देश की सरकार इस समस्या से देश वासियों को निजात दिलाने हेतू लगातार प्रयासरत हैं , जिसकी बानगी हमें छत्तिसगढ़ राज्य अंतर्गत बालोद जिला सहित पुरे प्रदेश में देखने को इन दिनों मिल राहा है । जिला के ज्यादातर ग्रामीण अंचल क्षेत्रों में नल जल योजना के माध्यम से सभी नागरिकों तक शुद्ध पेय जल आपूर्ति संबंधी कार्य आज भी प्रगति पर है । जिला के ग्रामीण अंचल क्षेत्र जंहा पर नल जल योजना से संबंधित कार्य संचालित किया जा रहा है , वंहा पर इस योजना के अंतर्गत बिछाई जाने वाली पाईप के लिए संबंधित निर्माण कार्य से जुड़े हुए लोग ग्रामीण अंचल क्षेत्रों में भारी भरकम खर्च कर बनाई गई सीसी रोड़ को बिच से खोद कर ग्रामीण अंचल क्षेत्रों में गड्ढा का निर्माण कर रहे है । उक्त गढ्ढा ग्रामीण अंचल क्षेत्रों के ज्यादातर गांव में देखा गया है , जिसके चलते ग्रामीणों को खासी मुसिबतो का सामना करना पड़ता है , जबकि संबंधित गढ्ढा को लेकर
बालोद : : समस्त संसार भर में पीने योग्य पानी की भंयकर कमी है ,और भारत भी इस संकट से अछूता नहीं रहा है । निश्चित तौर पानी की समस्या किसी भी राष्ट्र व देश के लिए सही नहीं माना जा सकता है । देश की सरकार इस समस्या से देश वासियों को निजात दिलाने हेतू लगातार प्रयासरत हैं , जिसकी बानगी हमें छत्तिसगढ़ राज्य अंतर्गत बालोद जिला सहित पुरे प्रदेश में देखने को इन दिनों मिल राहा है । जिला के ज्यादातर ग्रामीण अंचल क्षेत्रों में नल जल योजना के माध्यम से सभी नागरिकों तक शुद्ध पेय जल आपूर्ति संबंधी कार्य आज भी प्रगति पर है । जिला के ग्रामीण अंचल क्षेत्र जंहा पर नल जल योजना से संबंधित कार्य संचालित किया जा रहा है , वंहा पर इस योजना के अंतर्गत बिछाई जाने वाली पाईप के लिए संबंधित निर्माण कार्य से जुड़े हुए लोग ग्रामीण अंचल क्षेत्रों में भारी भरकम खर्च कर बनाई गई सीसी रोड़ को बिच से खोद कर ग्रामीण अंचल क्षेत्रों में गड्ढा का निर्माण कर रहे है । उक्त गढ्ढा ग्रामीण अंचल क्षेत्रों के ज्यादातर गांव में देखा गया है , जिसके चलते ग्रामीणों को खासी मुसिबतो का सामना करना पड़ता है , जबकि संबंधित गढ्ढा को लेकर
उक्त निर्माण कार्य को सम्पन्न कराने वाली विभाग की अधिकारीयों एवं क्षेत्र के स्थानीय नेताओं को कोई जानकारी नहीं है । निश्चित तौर पर इस तरह से निर्माण कार्य कराई जाने से शासन और प्रशासन को नुकसान पहुंच रहा है ,साथ ही आम जनता को मुसिबतो का सामना करना पड़ रहा है ।