विनोद नेताम
बालोद : दिल्ली और पंजाब में धमाकेदार राजनीतिक इंट्री मारकर पुरे देश के बड़े-बड़े राजनीतिक धुरंधरों की राजनीतिक विरासत को चकनाचूर करने वाली आम आदमी पार्टी छत्तिसगढ़ की राजनीति में इन दिनों सक्रिय भूमिका निभा रही हैं । आम आदमी पार्टी की छत्तिसगढ़ प्रदेशविंग इन दिनों छत्तिसगढ़ के आम जनता के मध्य, गहरी छाप छोड़ रही है ,जिसे देखकर आगे आने वाले दिनों में छत्तिसगढ़ राज्य अंतर्गत बड़े राजनीतिक उथल-पुथल होने का अंदेशा लगाई जा रही है । वैसे देखा जाए तो छत्तिसगढ़ की राजनीतिक विरासत के दो महान जागिरदार (राजनीतिक दल ) जिनमें से एक की हाथ से सत्ता का सुख निकल चुका है और दूसरी की हाथ में इस वक्त मौजूदा समय में सत्ता है। बावजूद इन दोनों राजनीतिक दलों की नैया राज्य में वर्तमान समय के दौरान डगमगाते हुए नजर आ रही है,जिसका फायदा आम आदमी पार्टी को स्पष्ट रूप से मिलते हुए आगे आने वाले दिनों में देखा जा सकता है । वैसे आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर देखा जाए तो छत्तिसगढ़ राज्य अंतर्गत मुख्य राजनीतिक दल जिसमें देश के सबसे बड़े राजनीतिक पार्टी होने का दम भरनेवाली कांग्रेस और भाजपा शामिल है। इन पार्टियों की राजनीतिक विरासत राज्य में भरभर्रा कर लगभग गिरने वाली है , या फिर यूं भी कह सकते है गिर गई है । जिसका सीधा फायदा आम आदमी पार्टी जमकर उठाते हुए नजर आ रही है , और वैसे भी गिरे हुए लोगों को उठाने का ज्यादातर काम कचरा साफ करने वाले लोग किया करते हैं,और आम आदमी पार्टी हाथ में झाड़ू लेकर भ्रष्टाचार रूपी राजनीतिक, कचरा की सफाई हेतू देश में अपनी पहचान बना चुकी है। बालोद जिला अंतर्गत तीन विधानसभा क्षेत्र , जिला के तीनो विधानसभाओं में इस वक्त कांग्रेस पार्टी का कब्जा है , तो वंही आम आदमी पार्टी ने जिला में राजनीतिक लड़ाई की सिर्फ़ शुरुआत करते हुए सभी विधानसभा में शानदार मौजूदगी दर्शाने का सफल प्रयास किया है । बड़े राजनीतिक दलों के नेताओं ने जिला के आम आदमी के साथ सदैव भेदभाव पूर्ण बर्ताव किया है जिसके चलते आम जनता का सीधा झुकाव आम जनता की पिड़ा समझने वाली एवं भ्रष्टाचार के आगे मजबूती से खड़े होकर जनता की सेवा करने वाली आम आदमी की ओर हुआ है । जिला सहित प्रदेश भर में सत्ताधारी राजनीतिक दल और मुख्य विपक्षी दल भाजपा में अगामी विधानसभा की मद्देनजर संगठन में अंदरूनी कलह खुल कर जग जाहिर है । एक ओर कांग्रेस पार्टी राज्य में सत्ता हासिल करने के बाद भी गुटबाजी की दंश से बच नहीं पाई है , तो वंही दूसरी राजनीतिक दल की सत्ता हाथ से निकल जाने के बाद , पार्टी के नेताओं की पैर पार्टी में ही लड़खड़ाते हुए नजर आ रही है । इन सभी स्थिती और परिस्थितियों को ध्यान में रखकर राजनीतिक पंडितों ने आगामी विधानसभा चुनाव को प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण बताया है ,अब देखना यह है आम आदमी पार्टी आने वाले विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पंडितों के अनुसार पर्फार्मेंस दे पाती है या नही । राज्य के ज्यादातर पढ़ें लिखे लोग कांग्रेस और भाजपा की शासन व्यवस्था संचालित करने की तरिके से उब गए हैं। प्रदेश के ज्यादातर पढ़ें लिखे युवा पीढ़ी की पहली पसंद आम आदमी पार्टी है , निश्चित तौर युवाओं शक्ति की एकजुटता आम आदमी पार्टी को प्रदेश में मजबूती प्रदान करेगा , जिसके चलते अगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी जबदस्त तरीके से चुनाव में परफारमेंस दे पायेगी ।