अमित मंडावी
बालोद : जिला के डौंडीलोहारा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत घोटिया में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का रविवार को निषाद समाज के कार्यक्रम शामिल होने जा रहे हैं , निषाद समाज के कार्यक्रम को सफल बनाने हेतू जिला के गुण्डरदेही विधानसभा क्षेत्र विधायक कुंवर सिंह निषाद जी जान लगा कर मेहनत कर रहे हैं । जिला में निषाद समाज की बड़ी जनसंख्या , जिसके बाद भी जिला में निवासरत निषाद समाज के लोग उपेक्षा की शिकार है ,जो कि चिंतन का विषय है। बहरहाल कांग्रेस पार्टी और भूपेश बघेल की सरकार बनने के बाद जिला में निवासरत निषाद समाज से जुड़े हुए गरीब परिवार के लोगों को सरकार से काफी मदद और सहयोग की उम्मीद है ताकि उनके जीवन में भी आर्थिक विकास की मायने को समझा जा सके और उनकी जीवन बेहतरीन तरीके से वत्तित हो सके । जिला अंतर्गत निषाद समाज के लोग ज्यादातर जिला में बहने वाली नदियों के आसपास इनकी मौजूदगी ज्यादा है या नदियों के आसपास निषाद समाज की ज्यादातर जनसंख्या निवासरत है । नदियों के पास इस समाज से जुड़े हुए लोगों की बसने के संबंध में यह माना जाता है ,कि निषाद समाज से जुड़े हुए लोग अपनी जीवन लीला नदीयो से शुरूआत करते हैं और नदियों पर खत्म करते हैं। कलयुग के इस युग में नदियों को रेत माफियाओ के द्वारा अवैध तरीके से खत्म किया जा रहा है , जिसके चलते नदियों में भारी बदलाव देखने को मिल राहा है । नदियों में हो रही बदलाव के कारण निषाद समाज से ज्यादातर परिवारों को मत्स्य पालन से संबंधित विषयों को लेकर दिक्कत उठाना पड़ रहा है , परिणामस्वरूप निषाद समाज के लोगों को रोजगार हेतू अन्य विकल्प की ओर देखना पड़ रहा है । जिला के घोंटीया पंचायत के आसपास क्षेत्र अवैध रेत उत्खनन के नाम पर जिला में चर्चित रहे हैं , उक्त पंचायत में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दौरा कल है। जिला में अवैध रेत उत्खनन के मामले में कई कांग्रेसी नेताओं के दामन पर दाग है,जिस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को समय रहते हुए चिंतन करना अति आवश्यक है। अब देखना यह है कि निषाद समाज नदी को मां के रूप में पुज्यती है और जिला के नदियों की छाती को चीरकर रेत उत्खनन करने वाले ज्यादातर लोग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पार्टी से संबंधित है , जिन्हें निषाद समाज की उन्नति और विकास हेतू कार्य करना था , लेकिन नदियों की छाती से अवैध तरीके से रेत उत्खनन कर निषाद समाज की मां समान नदी का अपमान करने का प्रयास करते हुए एक नया इतिहास रचने का कार्य किया है । निश्चित तौर पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से नदियों की छाती को चीरकर रेत उत्खनन करना गैर प्राकृतिक कृत्यों में गीना जाता रहा है , लेकिन सत्ताधारी दल के नेता होने का दम भर कर इस तरह की गैर कानूनी कार्यों को खुलेआम अंजाम देने वाले राजनीतिक दलों के नेताओं को जनता तय समय तक सर पर ढोती है । वैसे कल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल निषाद समाज के कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे है जंहा पर निषाद समाज से जुड़े हुए जिला भर के लोग उपस्थित रहेंगे। जंहा पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल निषाद समाज के लोगों से सीधा वार्तालाप कर सकते हैं , ऐसे में जिला अंतर्गत अवैध रेत उत्खनन से संबंधित विषयों को लेकर निषाद समाज आवाज उठा सकता है । यदि किसी भी व्यक्ति ने जिला में अवैध रेत उत्खनन से संबंधित विषयों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समक्ष सवाल खड़ा कर दिया ,तो जिला प्रशासन में मच सकती है हड़कंप । सूत्रों की मानें तो जिला अंतर्गत ज्यादातर अवैध रेत उत्खनन से संबंधित विषयों में ज्यादातर कांग्रेसी नेताओं का योगदान है , जिनके दबाव में जिला प्रशासन के अधिकारियों की बोलती बंद पड़ी रहती है ।अब देखना यह है आने वाले कल में अवैध रेत से संबंधित विषयों को लेकर जिला के ग्राम पंचायत घोटिया में आयोजित निषाद समाज के कार्यक्रम में आवाज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समक्ष कौन उठाता है ।