कुरूद में धूमधाम के साथ मनाया गया भाईदूज का पर्व

 कुरूद में धूमधाम के साथ मनाया गया भाईदूज का पर्व 

कुरूद. दीपोत्सव पर्व के अंतिम दिन घरों में भाईदूज का पर्व बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर बहनों ने भाईयो को स्नेह और विश्वास का तिलक लगाया और उनका मुंह मीठा कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। भाईयो ने भी बहनों को खुशियों के प्रतीक से सजा उपहार देकर पर्व की रौनकता में चार चांद लगा दिया। छोटे बच्चों में पर्व को लेकर विशेष उत्साह नजर आया। मीठी मुस्कान , चंचल कदमों से नन्हे-मुन्हे बच्चों ने पर्व की खुशियां बढ़ा दी।

        इस बीच कुरूद नगर में मिठाई और गिफ्ट दुकानों में चहल-पहल रही।दूरदराज से बहने अपने भाईयो के घर और भाई अपने बहनों के घर आते जाते रहे।इस तरह रोशनी के महापर्व का समापन भाईदूज के साथ पूरी सादगी के साथ संपन्न हुआ।शाम होते ही दिए की जगमग रोशनी में लोगों ने फटाखे फोड़कर और एक-दूसरे से भेंट कर पर्व की बधाइयां बांटी। 

      शास्त्रों के अनुसार भाई दूज को यम द्वितीया भी कहते हैं इस दिन बहनें भाई को तिलक लगाकर उन्हें लंबी उम्र का आशीष देती हैं और इस दिन मृत्यु के देवता यमराज का पूजन किया जाता है। ब्रजमंडल में इस दिन बहनें यमुना नदी में खड़े होकर भाईयों को तिलक लगाती हैं। अपराह्न व्यापिनी कार्तिक शुक्ल द्वितीया को भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व का प्रमुख लक्ष्य भाई तथा बहन के पावन संबंध व प्रेमभाव की स्थापना करना है। इस दिन बहनें भाइयों के स्वस्थ तथा दीर्घायु होने की मंगल कामना करके तिलक लगाती हैं।