छत्तीसगढ़ सहित लगभग देश के सभी राज्यो में मानसून की जवानी अपने पूरे शबाब पर पहुंच चुकी है। इस दौरान बताया जा रहा है कि पूरे देश भर के अंदर लगातार हो रही मूशलादार बारिश के चलते नदी नाले, बांध, कुंआ,तलाब ईत्यादी लबालब भरने के कगार पर पहुंच गया है। अब ऐसे में जाहिर सी बात है इसका असर छत्तीसगढ़ राज्य में भी देखने को मिलेगा। बता दे कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के कई जिलो में विगत कई दिनो से झमाझम बारिश के साथ सिटीर सिटीर पानी की बौछार सांय सांय तरीके से गरज और बिजली के साथ जारी है। इस बीच यंहा पर भी नदी नाले उफान पर पहुंचने की खबर है। लगातार हो रही बारिश के चलते बालोद जिले के गुरूर विकासखंड मुख्यालय से कई गांव का संपर्क टुट चुका है।
दरशल जिले के गुरूर विकासखंड मुख्यालय क्षेत्र को ग्रामीण अंचल क्षेत्र से जोडने वाली महत्वपूर्ण सडक मार्ग बोहारडीह से कवंर जो कि अकलवारा में स्थित खारून नदी पर बनाई गई पूल के पास बाढ के चलते बुरी तहत से टूट गया है। वंही पूल के पास हाल के कुछ महिने पहले बनाई गई सडक बुरी तरह से टूटने के चलते सडक मार्ग पर ऐतिहातन प्रशासन ने सडक को आवाजाही के लिये बाधित कर रखा है। ग्राम अकलवारा के पास खारून नदी पर बनाई गई पूल की स्थिति पहले से ही नाजुक बनी थी और इस बाबत क्षेत्र के जनपद सदस्य श्री मति संध्या अजेंद्र ने बकायदा कांग्रेस पार्टी की शासन काल के अंतिम दिनो में जिला कलेक्टर से मुलाक़ात कर अकलवारा में बनाई गई बीस बरस पूर्व की पूल के जगह नया पूल बनवाने की मांग रखी थी,किन्तु तत्कालीक सरकार के चुने हुये मुखिया और जिला प्रशासन बालोद ने उस बख्त क्षेत्र के चुने हुये जनप्रतिनिधि की मांग को अधूरा पूरा करते हुए महज पूल का मरम्मत करवा दिया था और उसके ऊपर से नया सडक निर्माण कार्य को हरी झंडी दिखा दिया था। गौरतलब हो कि यदी तत्कालीन समय में मौजूद जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी और सरकार के नुमांईदे चाहते तो खारून नदी पर एक नही बल्कि इस तरह से सैकडो पूल का निर्माण करवा सकती थी, लेकिन राजनितिक इच्छाशक्ती की कमी के चलते आज इतनी बडी घटना घट गई है। ऐसे में भरे बारिश और झमाझम बरसात के मध्य सवालों का बौछार किया जा रहा है। इन सवालो में पुछा जा रहा है कि आखिरकार खारून नदी के पास हाल के कुछ महिने पहले बनाई गई सडक किस भ्रष्टाचार की बुनियाद का जड है?