केसीपीएस कुरूद के बारहवीं टॉपर रोमहर्ष चंद्राकर ने बताया अपनी सफलता का राज
कुरूद. कड़ी मेहनत और लगन से अगर कोई काम किया जाए तो दुनिया में हम सभी कार्यों में सफलता हासिल कर सकते है। कार्य के प्रति चाह और जुनून ही हमें हमारे सपनों को पूरा करने की ओर ले जाती है और हमारा रास्ता प्रशस्त करती है। इन्ही इरादों के साथ कलीराम चंद्राकर पब्लिक स्कूल कुरूद के होनहार छात्र रोमहर्ष चंद्राकर ने अपनी मेहनत से उस सफलता को पा लिया जो आज के दौर में हर विद्यार्थी अपने सपनों में देखता है।
ग्राम उमरदा में पले बढ़े रोमहर्ष चंद्राकर ने इस साल कक्षा बारहवीं विज्ञान संकाय से पढ़ाई करते हुए अपनी लगन, जज्बे और मेहनत से 94 प्रतिशत अंक के साथ पूरे विद्यालय में प्रथम स्थान हासिल कर परिवार,समाज सहित पूरे क्षेत्र का मान बढ़ाया है। उन्होंने जीवविज्ञान में 96, रसायन में 95 ,भौतिकी में 94 ,अंग्रेजी में 94 और हिन्दी में 91 अंक हासिल किया हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय विद्यालय के शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन , माता-पिता के आशीर्वाद और खुद की कड़ी मेहनत को दिया है।उन्होंने चर्चा करते हुए बताया कि वे प्रतिदिन 8 से 9 घंटे लगातार पढ़ाई करते थे। सोशल मीडिया से काफी दूर हटकर उन्होंने सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई पर फोकस किया। उन्हे पढ़ाई के दौरान कोई भी विषय कठिन नही लगा। सारे विषयों की तैयारी पूरी ताकत लगाकर की। वे परीक्षा के दिनो मे विषय शिक्षकों के संपर्क में रहते थे और विषय संबंधित डाउट को फोन के माध्यम से पूछ लिया करते थे। पढ़ाई के साथ-साथ उन्हे क्रिकेट खेलना और जनरल नॉलेज से जुड़ी पुस्तकें पढ़ना बहुत पसंद है। फिलहाल वे भिलाई में आईआईएसईआर की तैयारी कर रहें है और आगे चलकर डॉक्टर बनने का सपना देख रहे है। उन्होंने बताया कि जब वे परीक्षा दिलाकर निकलते थे तो उन्होंने आभाष हो जाता था की वे इस बार बहुत अच्छे अंकों से पास हो रहे है। उन्होंने अपने से जूनियर छात्र वर्ग को सोशल मीडिया से दूर रहकर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने और कठिन मेहनत करने की सलाह दी है।
रोमहर्ष के पिताजी हुमन चंद्राकर जो कि शासकीय शिक्षक के रूप में एल बी माध्यमिक शाला मंदरौंद में सेवारत में है और संयुक्त शिक्षक संघ के ब्लॉक कुरूद के अध्यक्ष भी है। वहीं उनकी माता दौपति चंद्राकर शिक्षक एल बी माध्यमिक शाला बानगर में सेवारत है। उन्होंने बताया कि उनका पुत्र रोमहर्ष शुरू से ही बहुत आज्ञाकारी रहा है और पढ़ाई के प्रति लगनशील है। उन्होंने अपनी मेहनत और हुनर से हम सभी का सपना आज साकार किया है ,हमें अपने पुत्र पर बहुत ही गर्व है।