कुरूद. कलीराम चंद्राकर पब्लिक स्कूल कुरूद में विश्व ध्यान दिवस मनाया गया।इस दौरान आर्ट ऑफ लिविंग से आचार्य तामेश्वर साहू के मार्गदर्शन और सीमा साहू, दामिनी यादव के सहयोग से बच्चों शिक्षक स्टॉफ को ध्यान की मुद्रा महत्व बताते हुए इसका अभ्यास कराया गया।
इससे पूर्व प्रार्थना स्थल पर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत के रूप में प्राचार्य के मंजीता ठाकुर ने आचार्य तामेश्वर साहू का पुष्पगुच्छ के साथ स्वागत करते हुए मुख्य मंच में आमंत्रित किया। शिक्षक करण सिन्हा ने आचार्य श्री साहू का परिचय कराते हुए आर्ट ऑफ लिविंग का वर्णन कर उनके योगदान का वर्णन किया।इसके उपरांत श्री साहू ने बताया कि परम पूज्य गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने आज के दिन को विश्व ध्यान दिवस के रूप में मनाने के लिए विश्व के सभी लोगों को ध्यान से जोड़ने की बात पर बल दिया है। उन्होंने कहा है कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए ध्यान जरूरी है।मेडिटेशन कोई लग्ज़री नहीं है, बल्कि यह एक आवश्यकता है। मेडिटेशन हमें एकाग्र करने में मदद करता है और हमें अवसाद और ग़ुस्से से दूर रखता है। उन्होंने ध्यान के प्राचीन भारतीय अभ्यास को व्यक्तिगत संतोष और आंतरिक शांति का साधन बताते हुए इसके महत्व को रेखांकित किया है।
इसके उपरांत ध्यान की प्रक्रिया को निर्धारित समय तक बच्चों और शिक्षकों को इसका अभ्यास कराया गया।मधुर और शांति से जुड़े संगीत के बीच सभी ने इस अभ्यास में भाग लेकर तनाव को जीवन से दूर करने की विधि सीखी। अंत में विद्यालय के हिंदी विभाग के प्रभारी शिक्षक मुकेश कश्यप ने इस बेहतरीन आयोजन के लिए तामेश्वर सर और उनकी टीम का आभार जताया।इस दौरान समस्त शिक्षक-शिक्षिकाए और विधार्थीगण उपस्थित थे।