मुकेश कश्यप
कुरूद. पांच दिवसीय दीपोत्सव पर्व को चार चांद लगाने लोगों ने घरों में धूमधाम से धन की देवी महालक्ष्मी जी की स्थापना की गई और पांचों दिन विधिवत पूजा अर्चना करते हुए रोशनी के पर्व की खुशियां बांटी।
परंपरानुसार धनतेरस के दिन माता रानी की स्थापना विधिवत की गई और फटाखे फोड़कर पर्व की शुरूआत की गई इसके उपरांत नरक चौदस पर छोटी दीवाली का जश्न लोगों ने धूमधाम के साथ मनाया।इस बीच दो दिन तक दीपावली का उत्साह बना रहा और पर्व की तिथि को लेकर हो रहे असमंजस के बीच लोगों ने पूजा अर्चना करके एक दूसरे को मिठाई बाटने हुए इसे मनाया।
वही दीवाली की रात्रि गौरी गौरा स्थापना और गोवर्धन पूजा के दिन इसका विसर्जन धूमधाम के साथ हुआ।इसी तरह गौ माता और पशुधनों की पूजा उपरांत गोवर्धन पूजा की गई।लोगों ने गौ माता की पूजा आराधना करके उन्हे खिचड़ी खिलाई।इसके उपरांत यादव भाइयों ने दोहा पारते हुए उत्सव का जश्न मनाया और गौ माता सहित पशुधनो को सोहाई बांधी।वार्ड नंबर आठ डबरापारा में विराजी धन की देवी श्री महालक्ष्मी जी की पूजा आराधना करने और उनके दर्शन करने आमजन पहुंचे और अपनी आस्था प्रकट की।
वही अगले दिन बहनों ने भाइयों की पूजा अर्चना करके भाईदूज के पर्व को पूरी सादगी के साथ मनाया और इसी दिन श्री महालक्ष्मी जी की विदाई करते हुए हुए पूजा अर्चना के साथ विसर्जन कर पांच दिवसीय पर्व का समापन किया।