मुकेश कश्यप
कुरूद.अजय एजुकेशन एंड हेल्थ फाउंडेशन में आज एक विशेष आयोजन हुआ, जिसमें कुरुद नगर के प्रतिष्ठित वकील श्री सूरज लांबा ने अपने जन्मदिन के अवसर पर राम शर्मा अचार्य द्वारा लिखित 'विचार क्रान्ति अभियान', 'प्रज्ञा अभियान', और 'जीवनदर्शन' जैसे जीवन दर्शन पर आधारित 50 पुस्तकें दान की। ये पुस्तकें फाउंडेशन की लाइब्रेरी में रखी गई हैं, ताकि यहां आने वाले छात्र-छात्राओं को न केवल शैक्षिक सामग्री मिल सके, बल्कि वे जीवन के गहरे पहलुओं को भी समझ सकें।
फाउंडेशन में लगभग 50 से 60 छात्र प्रतिदिन विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए आते हैं। इन छात्रों के लिए यह पुस्तक दान एक महत्वपूर्ण पहल है, जो न सिर्फ उनकी मानसिक और बौद्धिक क्षमता को सशक्त बनाएगा, बल्कि उन्हें जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए जरूरी दिशा भी प्रदान करेगा। जीवन दर्शन, व्यक्तित्व विकास और सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने वाली ये किताबें छात्रों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन सकती हैं।
इस विशेष अवसर पर फाउंडेशन के संस्थापक सदस्य अनिल चंद्राकर, सुरेश अग्रवाल, भारत भूषण पंचायन और सूरज लांबा की पत्नी गायत्री परिवार से भी लोग उपस्थित थे। सभी ने सूरज लांबा जी के इस योगदान का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह कदम शिक्षा और समाज दोनों के उत्थान के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा।
सूरज लांबा ने इस मौके पर कहा, "शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य केवल परीक्षा पास करना नहीं है, बल्कि यह हमें जीवन को सही दृष्टिकोण से देखने और समझने का अवसर देती है। जीवन दर्शन की ये किताबें बच्चों को न केवल ज्ञान देंगी, बल्कि उन्हें जीवन में सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगी।"
इस आयोजन के जरिए यह संदेश दिया गया कि शिक्षा का असली उद्देश्य जीवन को समझना और उसे बेहतर तरीके से जीना है, न कि केवल अकादमिक सफलता तक सीमित रहना। फाउंडेशन की लाइब्रेरी में इस दान के बाद छात्रों को अब और अधिक मार्गदर्शन मिलेगा, जिससे उनकी परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ जीवन की चुनौतियों से निपटने के लिए भी उन्हें मानसिक सशक्तता प्राप्त होगी।
इस दौरान गणमान्य जनों में अनिल चंद्राकर,सुरेश अग्रवाल,भारत भूषण पंचायन,अजय फाउंडेशन अध्यक्ष मनीष अग्रवाल,उपाध्यक्ष अभिषेक बैस,सचिव इमरान बेग,कोषाध्यक्ष मलय चंद्राकर,लक्ष्मीकांत साहू,प्रसन्न नायडू,शुभम बैस,खेमराज सिन्हा, पावस चंद्राकर,अनुशासन आमदे सहित आमजन मौजूद रहे।