नफ़रत के बाजार में मोहब्बत की दुकानदारी चलाने की बात कहने वाली कांग्रेस पार्टी की खोली पोल। संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक भैय्या राम सिन्हा और कथित कांग्रेसी महिलाओं को महिला पार्षद के साथ मार-पीट और उकसाने के मामले में हुई दर्ज शिकायत के बाद मौजूदा कांग्रेस विधायक श्रीमती संगिता सिंन्हा भी उतरी मैदान में, मार-पीट में घायल भाजपाई महिला पार्षद कुन्ती सिन्हा की दामाद के खिलाफ एक महिला को लेकर छेड़छाड़ का मामला कराई दर्ज।
बालोद: संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की लोकप्रिय विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा की एक अलोकप्रिय घटनाक्रम से आज संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की सरजमीं शर्म से झुक गई है। दरअसल कुछ दिन पहले जिला के अंदर मौजूद राजनीतिक रण भूमि क्षेत्र की राजनीतिक मुख्यालय के नाम से मशहूर नगर पंचायत गुरूर में भंयकर बवाल देखने को मिला था। घटनाक्रम को लेकर कई प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो नगर पंचायत गुरूर में हुए इस बवाल का मुख्य वजह पूर्व विधायक भैय्या राम सिन्हा के मुखारविंद से निकला हुआ वह शब्द है जिसके बाद नगर पंचायत गुरूर के चुनी हुई महिला पार्षद कुन्ती सिन्हा को घर से बाहर बीच सड़क पर निकाल कर तांडव मचाया गया था। इस दौरान विधायक संगीता सिन्हा शायद नगर पंचायत गुरूर में ही मौजूद थी। विधायक संगीता सिन्हा एक महिला विधायक होने के नाते अपने गृह नगर की महिला पार्षद के साथ हुई इस दर्दनाक घटना के बाद पिडि़त महिला पार्षद के साथ खड़ी होती हुई नहीं दिखाई दी है,लेकिन कराह उठी विधायक संगीता सिन्हा जब बात खुद अपनों की इज्जत पर बन आई तब। संजारी बालोद विधान सभा क्षेत्र में कांग्रेस शासन काल के दौरान एक अनुसूचित जनजाति की बेटी के साथ हुए जघन्य बलात्कार को लेकर उफ तक नही बोलने वाली विधायक संगीता सिन्हा कथित रूप से उनकी देवरानी के साथ हुए छेड़छाड़ से कराह उठी तथा अपनी देवरानी एवं उनकी सहेली प्रेरणा साहू को इंसाफ दिलाने के लिए पूरे लाव लश्कर के साथ आज गुरुर थाने में दिन भर डटी रही। काश पूरे पांच साल कांग्रेस शासन में भी विधायक महोदया अपनी ऐसी जज्बा आम लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए भी दिखाती तो आज पूरे संजारी बालोद विधान सभा ही नही पूरी दुनिया की आम जनता उन्हें मां दुर्गा के रूप में जरूर पूजती। लेकिन अफसोस उसने पूरे पांच साल अपने पति के काले करतूतों को छुपाने के लिए उन्होंने निर्दोषों लोगों की भी शूली पर चढ़ाने से तनिक भी नही हिचकिचाई,लेकिन उम्मीद की जा रही है कि शायद आज उन्हें अपनी करनी पर मलाल जरूर हो रहा होगा, लेकिन उस मलाल का क्या " जब अब पछताए होत क्या, जब चिड़िया चुग गई खेत " अलबत्ता घटना के कुछ दिन बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से कानून व्यवस्था के नाम पर राजधानी रायपुर में होने वाली विशाल प्रदर्शन में शामिल होने रायपुर पहुंच गई। कांग्रेस पार्टी की ओर से आयोजित की गई इस कार्यक्रम में विधायक संगीता सिन्हा के साथ मौजूद कांग्रेस पार्टी के लगभग सभी बड़े नेताओ ने विष्णुदेव साय सरकार को प्रदेश में बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था को लेकर जमकर कोसा,लेकिन मजाल है किसी कांग्रेसी नेता की जो संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की लोकप्रिय विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा से यह पुछ सके कि आपके घर से महज कुछ दूर पर एक महिला पार्षद के साथ मारपीट किया गया है 'आप उस मामले को लेकर चुप क्यों हो,जबकि मामले को लेकर गृहमंत्री विजय शर्मा से शिकायत दर्ज कराई गई है।