बालोद : जिले के अंदर राजनीतिक रण भूमि क्षेत्र के नाम से शुमार गुरूर विकासखण्ड क्षेत्र की राजनीतिक राजधानी विकास खंड मुख्यालय नगर पंचायत गुरूर में सियासी रण का आगाज हो चुका है। इस रण में एक ओर जहां वर्तमान विधायक संगीता सिन्हा परिवार की सियासी साख दांव पर लगी हुई साफ नजर आ रही है,तो वंही दुसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के विधानसभा चुनाव में लगातार हार का स्वाद चखने वाले तमाम भाजपाई नेता और स्थानीय कार्यकर्ता सिन्हा परिवार के सामने मजबूती से खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। ज्ञात हो कि संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा के पति पूर्व विधायक भैय्या राम सिन्हा एक दंबग और धाकड़ कांग्रेसी नेता के तौर पर जाने व पहचाने जाते हैं। राजनीतिक पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाले जानकारों की मानें तो संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र के पूर्व कांग्रेसी विधायक श्री भैय्या राम सिन्हा अपनी राजनीतिक गतिविधियों को लेकर ज्यादा अधिक अनुभवी नहीं है बजाए बतौर एक कांग्रेसी नेता की होना चाहिए,बावजूद इसके पूर्व विधायक भैय्या राम सिन्हा बालोद जिला के सबसे चर्चित नेता में से एक है। अपनी सियासी साख के बदौलत भैय्या राम सिन्हा ने छत्तीसगढ़ राज्य में जब कांग्रेस पार्टी की भूपेश बघेल सरकार सत्ता पर काबिज रही,उस बख्त विधानसभा क्षेत्र के राजनीतिक रण भूमि की नैतिक राजधानी नगर पंचायत गुरूर में कानून और सिस्टम के द्वारा सुनिश्चित की गई उसूलों के खिलाफ जाकर व्यापारी संघ गुरूर की ओर से बाजार चौक में अवैध काम्प्लेक्स बनाने का काम शुरू करवाया था। मामले को लेकर उस बख्त भी खूब हल्ला मचा था, लेकिन मजाल है कि भैय्या राम सिन्हा की कान की बाल तक को कोई हिला सके। तभी मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी के अंदर भी खूब चर्चा हुई और चर्चा के बाद भारतीय जनता पार्टी ने मामले को लेकर न्यायपालिका की शरण में जाने का निर्णय लिया। नगर पंचायत गुरूर के वार्ड क्रमांक 4 से चुनी गई पार्षद कुन्ती सिन्हा ने हाई कोर्ट बिलासपुर में नगर पंचायत गुरूर में व्यापारी संघ की ओर से बनाई जा रही अवैध काम्प्लेक्स निर्माण कार्य को लेकर याचिका दायर किया। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद बिलासपुर हाईकोर्ट ने कुंती सिन्हा के पक्ष में फैसला सुनाते हुए अवैध निर्माण को धराशाई करने का आदेश सुना दिया। कोर्ट के फैसले आने पर अवैध निर्माण कार्य को धराशाई कर दिया गया है, लेकिन अवैध निर्माण कार्य को धराशाई करने के बाद जो स्थिति नगर पंचायत गुरूर में देखने को मिला है वह संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की राजनीतिक के इतिहास में एक कलंकित वाकया के तौर पर दर्ज हो चुका है। घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस पार्टी और मौजूदा विधायक संगिता सिंन्हा और उनके पति बैकफुट पर आ गए हैं तो वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के नेता मामले को लेकर आगबबूला होते हुए दिखाई दे रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता दुर्गानंद साहू की मानें तो नगर पंचायत गुरुर के पार्षद कुंती सिंह के साथ घटना को घटित हुई आज पूरे 1 सप्ताह हो गया है अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है घटना को अंजाम देने के लिए उकसाने वाले पूर्व विधायक भैया राम सिंह का भी नाम फिर में जुड़ना चाहिए। एक सप्ताह बीतने के बाद भी पुलिस ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई है भाजपा कार्यालय में बलात घुसकर अलग तोड़फोड़ गाली गुप्ता किए हैं उसमें भी अपराध पंजीबद्ध होना चाहिए नेता प्रतिपक्ष चिंताराम साहू के निवास में जाकर गाली गुप्ता किए हैं उसे पर भी अलग अपराध पंजीबद्ध होना चाहिए तोड़फोड़ के दौरान जेसीबी चालक को भी मां बहन की बुरी बुरी गाली गलौज किया गया है उसमें भी अपराध पंजीबद्ध होना चाहिए।
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बेबाक दुर्गानंद साहू की बिंदास बयान,पूर्व विधायक भैय्या राम सिन्हा के खिलाफ कानूनी कार्यवाही को लेकर किया मांग।