महिला पार्षद तक को महिला गुंडों ने घर से बाहर निकाल कर बीच सड़क में घेर कर पिटा। वंही एक ढाबा मालिक ने शराब तस्करी करते हुए पकड़े जाने पर एक पत्रकार को फिर पिटा।
संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत मौजूद भगवान देऊर देव की पावन धरा गुरूर नगर पंचायत जिसे बालोद जिला के सियासी सरजमीं पर राजनीतिक रण क्षेत्र की भूमि माना गया है। जाहिर सी बात है,अब जब नाम ही राजनीतिक रण क्षेत्र की भूमि पड़ चुका है 'तब इस धरा पर गिल्ली डंडा का खेल कम और राजनीतिक नूराकुश्ती का खेल ज्यादा देखने को मिलता होगा। इस खेल का नजारा बिते दिनों भारतीय जनता पार्टी की महिला पार्षद को व्यापारी संघ के महिलाओं ने घर से निकाल कर पिटाई करते हुए स्पष्ट रूप से दिखा दिया है। वंही दुसरे भाजपाई पार्षदों को मारने के लिए भी दौड़ाया गया है। हालांकि कि इस घटनाक्रम के बीच यह भी जानकारी निकल कर सामने आई है कि व्यापारी संघ की ओर से बनाई जा रही अवैध काम्प्लेक्स पर प्रसाशानिक कार्यवाही होने के बाद कुछ उत्साहित लोगों ने संजारी बालोद विधानसभा विधायक कार्यलय के ठीक सामने भंयकर पटाखे फोड़े है। वंही एक दूसरे मामले में शराब तस्करो की कारनामा को एक बार पुनः उजागर करने पर पत्रकारों के साथ एक बार फिर मारपीट की घटना घटने की सुचना है। दोनों मामलों में शिकायत दर्ज कर गुरूर पुलिस कानूनी कार्रवाई कर रही है,लेकिन सवाल यह बना हुआ है कि आखिरकार नगर पंचायत गुरूर के अंदर लोग कानून को अपने हाथों में लेकर हिंसा क्यों करने पर उतारू हो रहे हैं। महिला पार्षद कुन्ती सिन्हा के साथ घटी मारपीट की घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी के सभी आला नेता गुरूर का दौरा कर चुके हैं। भाजपाई नेताओं ने महिला पार्षद कुन्ती सिन्हा के साथ घटी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम को कांग्रेस पार्टी की सियासी खिंच बताया है। हार से बौखलाये कांग्रेस पार्टी के नेता कोर्ट के फैसले तक को चुनौती देने से बाज नहीं आ रहे हैं। कारोबारियों को यदि कांग्रेस पार्टी चाहती तो सब कुछ दे सकती थी लेकिन कांग्रेसियों की नियत में खोट था इसलिए नगर पंचायत गुरूर के कारोबारियों से जानबुझकर गलत काम करवाया गया है। आज कांग्रेस पार्टी की ग़लत निती और ग़लत नियत के चलते 45 व्यापारीयों का पैसा डूब गया है। आज नगर पंचायत गुरूर के व्यापारी सड़क पर आ चुके हैं,जबकि सड़क पर इन्हें लाने वाले लोग कोई दूसरा नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी के नेता और स्थानीय विधायक हैं।
जिला में कानून व्यवस्था को लेकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद में भी गंभीर सवाल बना हुआ दिखाई दे रहा है। हालांकि पुलिस महकमा लगातार अपराध को खत्म करने हेतू प्रयासरत बताये जा रहे है। बावजूद इसके छतिसगढ़ प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा के प्रभार वाले जिला में कानून व्यवस्था को लेकर आलाम यह बना हुआ स्पष्ट प्रतित नजर आ रहा है कि बंया तक नहीं किया जा सकता है। आपराधिक गतिविधियों को देखकर लोगो का कहना है कि जिला में अपराध की संख्या तेजी के साथ बढ़ रही है। अपराधी बेखौफ होकर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। हालांकि जिला में तेजी के साथ बढ़ रही अपराध को लेकर जिलावासी हलाकान हो चुके हैं। ऐसे में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठना लाजमी माना जा सकता है। जिस तरह से बिते कल जिला के नगर पंचायत गुरूर में बन रहे व्यापारी संघ की अवैध काम्प्लेक्स पर प्रसाशानिक कार्यवाही होने से नाराज कांग्रेसी महिला कारोबारियों ने भारतीय जनता पार्टी की एक महिला पार्षद को घर से निकाल कर मारपीट किया है वह चीख चीखकर बंया कर रहा है कि जिला के अंदर कानून व्यवस्था की क्या हालत है। मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी के महामंत्री किशोरी साहू ने कहा है कि कानून व्यवस्था को मजबूत बनाए रखना शासन और प्रशासन की जिम्मेवारी होती है और हमारी सरकार प्रतिबद्ध होकर काम कर रही है। हमारे विरोधियों को हमारी जीत पच नहीं रही है इसलिए समाज में गंदगी फैलाने का काम कर रहे हैं। हमारी सरकार और हमारी पार्टी पीड़ित कारोबारियों के साथ भी कंधा से कंधा मिलाकर खड़ी हुई है और इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी की महिला पार्षद श्रीमती कुन्ती सिन्हा के साथ भी मजबूती से खड़े है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए महिला पार्षद को इस तरह से प्रताड़ित करना किसी भी सभ्य समाज के नागरिकों को शोभा नहीं देता है।
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किशोरी साहू जिला महामंत्री भारतीय जनता पार्टी बालोद। |
गुरूर विकासखंण्ड क्षेत्र में लगातार अवैध गतिविधियों को संरक्षण देने का काम किया गया है। हमारी सरकार अवैध गतिविधियों को अंजाम देने वाले लोगों को सबक सिखाने के लिए प्रतिबद्ध है। कल जो घटना गुरूर में भाजपा की महिला पार्षद श्रीमती कुन्ती सिन्हा बहन जी के साथ घटी है उसको लेकर मंडल एवं जिला के जिम्मेदार पदाधिकारी और हमारे सांसद जी को भी इस घटनाक्रम को लेकर त्वरित कार्यवाही के लिए जिम्मेदार प्रसाशन के अधिकारियों को निर्देशित करना ताकि कानून को अपने घर का जागीर समझने वाले लोगों को कानून की असल परिभाषा समझने में आसानी हो सके।
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दुर्गानंद साहू वरिष्ठ नेता भारतीय जनता पार्टी। |