मुकेश कश्यप
कुरूद. विगत 16 मई से कुरूद में श्रीधर परिवार द्वारा आयोजित श्री शिव महापुराण कथा का बुधवार को भव्य समापन हो गया।अंतिम दिन व्यासपीठ को नमन करने,पंडित प्रदीप मिश्रा जी के अनमोल वचनों को कथा पंडाल से सुनने भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा।कथा सुबह 8 बजे से प्रारंभ हुई जो 11 बजे तक चली।जिसके लिए भक्तों ने अपने स्थान को सुरक्षित करने का कार्य कल देर रात से कर दिया था। लोग पंडाल में ही विश्राम किए।वहीं पहले से ही प्रथम दिन से बाहर से पधारे भक्त भी अपने अपने पूर्व स्थान पर विश्राम किए।इसी तरह भक्तगण देर रात तक शिवभजन में झूमते भी नजर आए। भक्तों के लिए लगाए गए विशाल भंडारा में भी आयोजन से जुड़े लोगो ने अपनी सेवाभक्ति की मिशाल करते हुए हर हर महादेव के स्मरण के साथ भक्तो को भोजन और जलपान उपलब्ध कराया।बुधवार की एकदम सुबह से ही कथा श्रवण के लिए भक्त लाखों की संख्या में उमड़ने लगे।देखते ही देखते पूरा कथा पंडाल भर गया और अंतिम दिवस होने की वजह से भक्तों में कथा श्रवण करने का आस्था चरम पर रही।
कथा के सातवें दिवस व्यासपीठ से पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने कहा कि शिव जी के प्रति सच्चे मन से की गई भक्ति ,उनके प्रति किए गए समर्पण ,आस्था और परोपकार ही हमारे जीवन को सार्थकता प्रदान करते हुए शांति और सुख की अनुभूति कराती है।करुणा में ही मानवता भरी हुई है। आप सभी में शिव जी के प्रति काफी समर्पण है,आस्था है ,दया है उदारता है और इसी वजह से लाखों शिव भक्तों को कथा सुनने के लिए यहां इतनी गर्मी,भूख ,प्यास में पंडाल तक खीच लाई है। उन्होंने शिव पार्वती संवाद का प्रसंग सुनाते हुए बताया कि किसी कारण वश किसी के माता पिता प्राण त्याग दें तो उनका भरण पोषण कौन करेगा।इसका उत्तर देते हुए भगवान शिव जी ने कहा कि जिसके साथ कोई नही रहता उसके साथ भगवान शिव जी विश्वनाथ जी सदा रहते है।कलयुग में भगवान का नाम लेने से ही दुख कट जाता है।श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का जाप आपको जीवन में मुक्ति और शांति प्रदान करती है। जब भी आप शिव जी के मंदिर में जाते है वहा शिवलिंग में चढ़ाए गए एक लोटा जल हमारे दुख के समय काम आता है।भगवान शिव जी भक्ति और उसकी कथा का लाभ लेने से अविरल भक्ति की प्राप्ति होती है। भागवत कथा से मोक्ष,रामकथा से जीवन जीने की शिक्षा और शिव महापुराण कथा से संकट से मुक्ति मिलती है।जिस स्थान पर शिवमहापुराण की कथा होगी,वहां बारह ज्योतिलिंग के साथ भगवान शिव जी स्वयं ही विराज मान होते है। अतः आप सभी ने प्रारंभ से लेकर आज तक जितने भी दिन कथा यहां पंडाल में बैठकर सुनी है। उसे अपने साथ ले जाएं। भगवान शिव जी आपके जीवन में सदा खुशियां बनाए रखें,संपूर्ण जगत का कल्याण करें। यही मै इस व्यासपीठ से कामना करता हु।एक लोटा जल आपकी सारी समस्या का हल बनकर आपके जीवन में कष्टों का निवारण करेगा।बोल बम का नारा है,बाबा एक सहारा है।
अंतिम चरण में पूर्व मंत्री और कुरूद विधायक अजय चंद्राकर ने लाखों की संख्या में उपस्थित भक्तों का आभार जताते हुए कहा कि भोले बाबा के आशिर्वाद से कुरूद में यह विशाल आयोजन पूरी तरह से सफल रहा।इसकी सफलता में न केवल आयोजन समिति के लोगो की सहभागिता रही,बल्कि लाखों की संख्या में उपस्थित शिव भक्तों के शिव जी के प्रति समर्पण और सेवा का भी योगदान रहा।श्री चंद्राकर ने आयोजन के दौरान भक्तों को हुई कुछ असुविधाओं के लिए खेद प्रकट भी किया।
इसके उपरांत व्यास पीठ से शिव जी की भव्य आरती पूजन के साथ सभी ने श्री शिवाय नमस्तुभ्यं और हर हर महादेव का जयकारा लगाते हुए जनकल्याण और अपने अपने परिवार की खुशहाली की कामना की।
अंतिम दिवस भी कथा के संपूर्ण स्थल तक लोगो की खचाखच भीड़ रही।इस कार्यक्रम को सम्पन्न कराने में श्रीधर परिवार ,आयोजन समिति के सदस्यों,विभिन्न स्थानों से आए सेवा समितियों,सेवादारों,पुलिस प्रशासन सहित लाखों की संख्या में उमड़े भक्तों का योगदान रहा।