मुकेश कश्यप
कुरूद :- रामनवमी के पावन अवसर पर देश भर उल्लास छाया रहा। कुरूद नगर में भी इसका प्रभाव देखते बना।आजाद हिन्दू युवा मंच के तत्वाधान में बुधवार शाम नगर के हृदय स्थल पुराना बाजार स्थित प्राचीन श्रीराम मंदिर में भगवान श्रीराम चंद्र जी की भव्य पूजा-अर्चना उपरांत मनभावन शोभायात्रा निकाली गई है, जो कि नगर भ्रमण करते हुए गुजर रही है।विभिन्न स्थानों पर इस शोभायात्रा का राजनीतिक,सामाजिक संगठनों ने स्वागत किया जा रहा है।
मिली जानकारी अनुसार इस बार की शोभायात्रा का विशेष आकर्षण रामलला की मनभावन मूर्ति रही,जो की सभी के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
भगवा ध्वज से सजे इस शोभायात्रा में बड़ी संख्या में भक्त गण शामिल हुए है।डीजे और धुमाल की मधुर गूंज से सजी इस मनभावन शोभायात्रा में एक ही नारा एक ही नाम जय श्री राम जय श्रीराम की ध्वनि से समूचा वातावरण राममय हो गया है।सभी वर्ग ने प्रभु श्रीराम चंद्र जी के सम्मुख जनकल्याण की भावना की अर्जी लगाई ।विदित है कि आजाद हिन्दू युवा मंच द्वारा काफी दिनो से इसकी तैयारी जारी थी।कुरूद नगर को जय श्रीराम जी के ध्वज से भगवामय कर दिया गया था।पूरा नगर राममय हो गया है।इस तरह इस शोभायात्रा में विभिन्न वर्गों के लोग एक दुसरे का सहयोग करते हुए आपस में रामनवमी पर्व की बधाइयां देते हुए खुशियां बांट रहे है।
विदित है कि राम नवमी का त्यौहार चैत्र शुक्ल की नवमी को मनाया जाता है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था. इसी दिन रावण के अत्याचारों को खत्म करने के लिए भगवान विष्णु ने भगवान राम के रूप में अवतार लिया था. भगवान राम विष्णु जी के सातवें अवतार हैं, जो त्रेतायुग में धर्म की स्थापना के लिये जन्मे थे।हिंदु मान्याताओं के अनुसार, भगवान विष्णु ने त्रेतायुग में रावण के अत्याचारों का अंत करने के लिए भगवान श्रीराम के रूप में अवतार लिया था। भगवान श्रीराम का जन्म राजा दशरथ और माता कौशल्या के यहां हुआ था। इस दिन को भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और भगवान श्रीराम का भी अभिषेक कर पूजा अर्चना करते हैं।