@मनुराज पचौरी रायपुर
कांकेर लोकसभा के भाजपा अधिकृत प्रत्याशी भोजराज नाग पर लगा अपहरण के आरोप का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है । पाठकों को याद होगा कि टॉप भारत ने अपने पिछले समाचार में यह खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी कि कांकेर लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी पर नरसों बाई के साथ अवैध संबंध और उसके अपहरण का आरोप है। यह मामला 2010 का है,
उस समय भी गोंडवाना समाज व आदिवासी समाज के द्वारा इस मामले की बाकायदा रिपोर्ट की गई थी। लेकिन अपने प्रभाव के चलते भोजराज नाग ने यह मामला दबवा दिया । अब जबकि इन्हें कांकेर लोकसभा से भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है,तो यह मामला फिर से सुर्खियों में आ गया है। ताजा घटनाक्रम में गोंडवाना समाज समन्वय समिति बस्तर संभाग ने कलेक्टर कांकेर को नरसों बाई के अपहरण के संबंध में एक आवेदन सौंपा है,जिसमें उन्होंने बताया है कि नरसों बाई ग्राम बोंदानार थाना अंतागढ़ की निवासी है,जिसके साथ वर्ष 2010 में विधायक रहते हुए भोजराज नाग के द्वारा दुष्कर्म किया गया और यह घृणित काम करते हुए नरसों बाई के बड़े भाई नारायण सिंह कुमेटी के द्वारा आपत्तिजनक स्थिति में रंगे हाथों पकड़ा गया । उस समय इसकी रिपोर्ट भी अंतागढ़ थाने में 14 दिसंबर 2010 को की गई थी,किंतु पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। शिकायत पर करवाई नहीं होने पर गोंडवाना समाज समन्वय समिति अंतागढ़ द्वारा इसकी जानकारी स्थानीय एवं जिला प्रशासन तथा तत्कालीन मुख्यमंत्री, राज्यपाल,व अध्यक्ष अनुसूचित जनजाति आयोग को भी एक ज्ञापन के माध्यम से दी गई थी । किंतु भोजराज नाग के प्रभाव के चलते इस शिक़ायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। गौरतलब है कि आज की तारीख तक भी पीड़िता नरसों बाई लापता है। वहीं लोगों में यह चर्चा आम हो रही है कि खुद को संस्कारी पार्टी बताने वाली भाजपा ने अपहरण के आरोपी भोजराज नाग को कांकेर लोकसभा से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया।
बहरहाल समाज ने शासन व प्रशासन से मांग की है कि लापता महिला नरसों बाई को आठ दिनों के भीतर समाज के समक्ष प्रस्तुत करे अन्यथा समाज द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा । इस संबंध में समाज के पदाधिकारियों का साफ-साफ कहना है कि यदि नरसों बाई को आठ दिनों के भीतर समाज को नहीं सौंपा गया तो उग्र आंदोलन किया जायेगा जिसकी समग्र जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी । वहीं उन्होंने दोषी आरोपी भोजराज नाग के ऊपर भी समुचित कार्रवाई करने की मांग की है । इस मामले में टॉप भारत ने कांकेर के अन्य जनप्रतिनिधियों समाज के जिम्मेदार पदाधिकारियों तथा भाजपा के लोगों से भी बात की है। यह बातचीत पूरे विस्तार से हम अगले अंक में प्रकाशित करेंगे बहरहाल देखते हैं कि शासन प्रशासन समाज की इस अपील पर क्या रुख अपनाते हैं ?और आरोपी भोजराज नाग इस संबंध में क्या कहते या करते हैं ?टॉप भारत ने लगातार भोजराज नाग का पक्ष जानने उनसे संपर्क करने की कोशिश की बड़ी मुश्किल से उनसे संपर्क हो पाया किंतु उन्होंने मुझे कुछ नहीं मालूम कह कर पल्ला झाड़ लिया और इसके बाद उनका फोन कवरेज क्षेत्र से बाहर बताने लगा। बहरहाल इस घटना पर और इससे जुड़ी खबरों पर टॉप भारत की नज़रें लगी हुई है आगे जो भी अपडेट होगा हम अब तक पहुंचने प्रतिबद्ध हैं।
9229999339
NEXT EPISODE - COMING SOON