रायपुर : भारत की भूमि को सनातन संस्कृति की पवित्र भूमि के तौर पूरे जगत जानती है और जानते हुए सनातन संस्कृति की इस पवित्र भूमि को नमन करती है। कहा जाता है कि यंहा की मिट्टी के हर कण में शिव का वाश है और कण कण शिव है।
शिव अर्थात देवो के देव महादेव हैं।हिन्दू आस्था के मुताबिक महादेव हिन्दुओं के सबसे बड़े आस्था का केन्द्र है। जिसके चलते पूरे देश भर में जगह जगह महादेव के लाखों मंदिर है। जहां रोज श्रद्धालु भक्त सुबह शाम आस्था और भक्ति में लीन हो कर महादेव का ध्यान करते हुए देखे जाते हैं,
लेकिन कलयुग के इस दौर में भारत की इस पवित्र भूमि पर दुबई में रहने वाले महादेव का वास हो गया है,जबकि सनातन संस्कृति के मुताबिक महादेव का वास कैलाश पर्वत बताया गया है जो कि हिमालय पर्वत पर स्थित है। अर्थात कण कण में वास करने वाले कैलाशवासी महादेव की जगह दूसरे सट्टा वाले महादेव की एंट्री हो गई है, जिसका निवास फिलहाल दुबई बताया जा रहा है।
इस दुबई वाले महादेव ने कण कण में वास करने वाले देवो के देव कैलाशवासी महादेव का नाम खराब करते हुए ओपन और क्लोज के ज़रिए सटासट सट्टा कारोबार में उनके ही भक्तों और श्रद्धालुओं को सबसे ज्यादा पैसा का लालच देकर खूब लूटा है। लूटने की हद बंया नहीं की जा सकती है बस अंदाजा लगाया जा सकता है, क्योंकि कुछ महिने पहले इसके कथित प्रमोटरों में शुमार एक प्रमोटर ने दुबई में बकायदा दो सौ करोड़ रुपए खर्च कर अपना ब्याह रचाया है, जबकि ओपन और क्लोज के चक्कर के साथ जोड़ी में 1 रूपए की जगह 90 रूपए का लालच में डूबकर भारत की इस भूमि पर रहने वाले कई शिव भक्तों ने अपना परिवार गंवाया है।
वंही महादेव सट्टा से जुड़े हुए दूसरे मामले में इस कंपनी के खुद को प्रमोटर के तौर पर प्रोजेक्ट करने वाले एक चेले ने विडियो जारी करते हुए 508 करोड़ रुपए की हेराफेरी करने की बात खुद अपने मुंह से कबूल करते हुए महादेव की असल सरदार होने की बात कबूल कर ली है। इस कबूलनामा के चलते बांकी चपाटों की नींदे हराम हो गई है।

दुबई से लगातार बज रही महादेव सट्टा कारोबार से जुड़े हुए घंटी के आवाज ने भारत की भूमि पर चल रही सियासी गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। जब से दुबई वाले महादेव की घंटी बजने की आवाज लोगों को सुनाई दिया है,तब से लोग यह मानकर चल रहे हैं कि इस घंटी की आवाज ने किसी के इज्जत का फालूदा निकाल कर रख दिया है।
इज्जत का फालूदा निकलने से दुबई वाले महादेव के मुख्य वाहन नंदी महाराज की हवा निकल गई है। लोगों की मानें तो भारत की पावन धरा में रोका छेका अभियान के तहत आवारा मवेशियों की धरपकड़ अभियान तेज है और ऐसे में कयास यह लगाया जा रहा है कि दुबई वाले महादेव के नंदी महाराज को भी कुछ दिन बाद सड़क पर खुलेआम हरकतें करने के लिए पांबदी लगाने हेतू बैराक में डाला जायेगा। साथ ही दुबई वाले महादेव के नंदी महाराज के संग कई और बछवो के गले में पहनाई जा सकती है जेठौनी तिहार के दौरान सोहाई।
बहरहाल सत्यम शिवम सुंदरम सनातन संस्कृति की भूमि पर बहाल है और जब तक भारत की पवित्र भूमि पर कैलाशवासी महादेव का वास है तब तक सत्य का वास है।
जुंआ और शराब किसी भी सभ्यता का स्वाभाविक अंत का सबसे सरल और कारगर तरीका माना जाता है। अतः किसी भी राष्ट्र अध्यक्ष को इस समाजिक बुराई का अंत हेतू अगवा होकर समाज की निगरानी करना चाहिए, लेकिन विडम्बना यह है कि आधुनिक युग के राष्ट्र निर्माता महाभारत काल दृष्ट्रराष्ट्र को पीछे छोड़ते हुए अपने ही अवाम के मध्य नशे का जड़ फैलाते अंधेर नगरी चौपट राजा टके सेर भाजी टके सेर खाजा बनाने पर तूले हुए हैं।
यह सवा आना सत्य है कि दुबई वाले महादेव ने अपने कथित वाहन नंदी महाराज के बदौलत भारत की सनातन भूमि पर जन्मे कई सनातन धर्म को मानने वाले गरीब और मजलूम परिवार को लालच के जाल में फंसाकर उनसे उनकी मेहनत और पसीने की कमाई को लूटा है।
लालच किसी के लिए भी आज तक मुनाफे का सौदा साबित नहीं हुआ है। मनुष्य के लिए लोभ,मोह और लालच को पतन का सबसे बड़ा कारण बताया गया है, लेकिन इस धारणा को जिस तरह से खत्म कर दुबई वाले महादेव ने लोगों को अपना भक्त बनाया और उनके मेहनत और पसीने की कमाई को चूसने का काम किया है, वह काबिले तारीफ है।
क्योंकि भारत की भूमि पर जन्म लेने वाले हर भारतीयों के लिए यह कहा जाता है कि इस भूमि पर जन्म लेने वाले हर इंसान अपने दोनों हाथों के भरोसे मिट्टी का सीना चीर कर अपने हिस्से का रोटी निकालने में सौ फीसदी सफल होते है। ऐसे में दुबई वाले महादेव का कारनामा हर हर महादेव।