कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने कुछ दिन पहले भाजपा के नेताओं पर अवैध तरीके से जमीन कब्जाने का आरोप मढ़ा था लेकिन आज तक आरोप की सिद्धि हेतू कोई जुगाड़ जमीनी धरातल पर उतारा नही जा सका है। अलबत्ता सत्ताधारी राजनीतिक दल के करीबियों का सरकारी जमीनों को बेजा तरीके से हथियाने का मामला बढ़ता ही जा रहा है। जिला के बालोद तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मुजगहन और गुरूर तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत पलारी स्पष्ट उदाहरण है। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता लागू होने ही होने वाला है। ऐसे में राजस्व विभाग में पदस्थ अधिकारियों के लिए पहले के दौरान की गई लापरवाही वर्तमान समय में उनके लिए ही परेशानियों का सबब बनते हुए दिखाई दे रहा है। पलारी निवासी उतम साहू के अवैध मकान को रातों-रात धाराशाई करने का प्लान बना कर बुल्डोजर से तहस-नहस करने वाले राजस्व विभाग पर गंभीर सवाल बने हुए है।
बालोद : जिले के गुरुर विकास खंड अंतर्गत ग्राम पंचायत कन्हार पुरी के ग्रामीणों ने ग्राम में कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा चारागाह सहित आबादी भूमि पर किए गए अवैध कब्जेधारियों को सत्तापक्ष के लोगों द्वारा संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए विधायक कार्यालय के सामने किया विरोध प्रदर्शन। ग्रामीणों ने कहा कि विधायक के करीबीयों को लाभ पहुंचाने की नियत से राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारी ग्रामीणों की आवाज को अनसुना कर रहे हैं।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत कन्हारपुरी में वार्ड क्रमांक 05 खसरा नंबर 144 में आबादी भूमि का वितरण किया गया है जिसमें कुछ लोगों के द्वारा आबंटित निर्धारित ढाई डिसमिल के अलावा अतिरिक्त भूमि पर कब्जा कर लिया गया है जिसके चलते चारागाह की समस्या सहित पात्र हितग्राहीयों को आबादी भूमि आबंटित करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम विकास समिति एवं ग्राम पंचायत की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया है कि बेजा कब्जा को हटाया जाए। अतिक्रमण हटाने के संबंध में तहसीलदार गुरुर जिला बालोद को दिनांक 04 अक्टूबर 2023 को आवेदन प्रस्तुत किया गया था जिसमें दिनांक 06 अक्टूबर 2023 दिन शुक्रवार समय 12:00 बजे ग्राम पंचायत कन्हारपुरी में आने एवं अतिक्रमण हटाने में प्रशासनिक सुविधा प्रदान करने की स्वीकृति दिया गया था, साथ ही तत्संबंध में थाना गुरुर को भी सूचना दिया गया था। लेकिन अब नायब तहसीलदार गुरुर के द्वारा सूचना दी गई कि अभी समय नहीं मिल पा रहा है इसलिए हम नहीं आ सकते, इस प्रकार अधिकारी के द्वारा जानबूझकर समय को टाला जा रहा है जिससे गांव के लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है, वहीं लोगो का आरोप है कि जो अधिकारी अतिक्रमण हटाने स्वयं तारीख व समय निर्धारित किया था तथा उक्त अतिक्रमण को तोड़ने तोड़ू दस्ता ग्राम कन्हारपुरी भेज चुका था,लेकिन अचानक अब वही अधिकारी समय नही है कह कर पल्ला झाड़ने लग गया है। इसका मतलब साफ है कि निश्चित ही वे अधिकारी राजनीतिक दबाव के चलते ही अतिक्रमण हटाने में आनाकानी कर रहे है। हालांकि ग्रामीणों के द्वारा विधायक कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करने व ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए विधायक पति भैय्या राम सिन्हा ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया किया कि वे स्वयं कन्हारपुरी जाकर मामले को समझने का प्रयास करेंगे तथा इसके लिए सप्ताह भर का समय मांगा तब जाकर आक्रोशित ग्रामीण शांत हुए,लेकिन बालोद तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मुजगहन के ग्रामीण आज भी विधायक संगीता सिन्हा से नाराज़ चल रहे हैं और ग्रामीणों ने अपनी नाराज़गी के चलते विधानसभा चुनाव का बहिष्कार तक कर दिया है।