पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति को लेकर बवाल मच चुका है, लेकिन इस बार रावण की पूतला को लेकर बवाल।
बालोद : जिला के गुरूर विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत कवंर में दशहरा पर्व के दौरान रावन दहन नहीं करने के चलते ग्रामवासियों में नाराजगी की सुचना है। ग्राम पंचायत कवंर जो कि प्राचीनकाल से जुड़े हुए धरोहर के रूप में जाने जाते हैं। ग्रामीण सदियों से धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक असत्य पर सत्य के विजय की प्रतीक दशहरा के महापर्व को धूमधाम से मनाते हुए आ रहे हैं,लेकिन इस वर्ष आयोजक समिति और ग्राम पंचायत कवंर के मध्य पता नहीं ऐसा क्या हुआ कि ग्राम पंचायत कवंर में रावण दहन नहीं किया जा सका है। रावण दहन नहीं किए जाने के चलते ग्रामीणों में नाजरगी बढ़ गई नौबत यंहा तक आ गई बताया जा रहा है कि पुलिस प्रशासन तक को बिच बचाव तक करना पड़ गया था। ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत कवंर के ग्रामीणों और ग्राम पंचायत सदस्यों के मध्य बीते कई महीनों से तकरार चल रहा है जिसके चलते ग्रामीणों और ग्राम पंचायत सदस्यों के मध्य ठनी हुई है। नतीजा यह हुआ कि दशहरा पर्व के दौरान रावण दहन नहीं किए जाने को लेकर नाराजगी बढ़ गई हालांकि इस बार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता लागू होने के चलते नवरात्रि के पर्व में बहुत कम ही तामझाम देखने को मिली है। अब देखना यह है कि ग्राम पंचायत कवंर के अंदर मची हुई बवाल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर क्या गूल खिलाता है