बालोद :-डौंडीलोहारा विधानसभा क्षेत्र का सबसे बहुचर्चित निंदनीय घटनाओं में एक तूंएगोंदी कांड जिसके चर्चा ने पूरे देश भर में सुर्खियां बटोरी है। घटनाक्रम में शामिल लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई करते हुए कानून का मज़ाक़ बनने से रोक लिया, लेकिन उस मजाक का क्या,जिसने डौंडीलोहारा विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले असंख्य आदिवासीयो की मान मर्यादा का खुलेआम बख्खियां उखेड़ दी।आदिवासी कायर नहीं होते हैं बल्कि जल जंगल जमीन और आन बान शान के लिए मर मिटने वाले होते हैं। बावजूद इसके डौंडीलोहारा विधानसभा क्षेत्र की पुण्य भूमि पर मौजूद तूंएगोंदी में आदिवासियों को दौड़ा दौड़ा कर पीटा गया पिटने वाले लोगों में भाजपा से जुड़े हुए लोग भी शामिल बताए जाते है, जो कि आगामी विधानसभा चुनाव उम्मीदवार देव लाल ठाकुर के साथ खड़े होकर ताली बजाते हुए देखे जायेंगे या फिर देखें गए होंगे, जबकि भागते हुए आदिवासीयो को दौड़ा दौड़ा कर पिटते हुए चुपचाप देखने वाले लोगों में मंत्री महोदया अनिला भेड़िया भी शामिल है और उनकी सरकार भी शामिल हैं। घटनाक्रम के बाद देवठाकुर और बीजेपी के तमाम बड़े नेता आरोपीयों के समर्थन में खड़े हुए दिखाई दिए थे। वंही विधानसभा क्षेत्र की आदिवासीयो की नुमाइंदगी करने की बात कहते हुए संविधान की कसम खाकर केबिनेट मंत्री का पद ग्रहण करने वाली अनिला भेड़िया घटना पर मूंह से एक शब्द तक नहीं निकाल पाने में पूरी तरह सफल हुई है। ऐसे में डौंडीलोहारा विधानसभा क्षेत्र की गरीब जनता क्या इस तरह से दरकिनार किए जाने हेतू या फिर दौड़ा दौड़ा कर पिटे जाने हेतू एक बार फिर नेता चुनने के लिए तैयार है क्योंकि कुछ दिन बाद विधानसभा चुनाव है और अनिला भेड़िया एक बार फिर डौंडीलोहारा विधानसभा कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार बनाई गई है, और देवलाल ठाकुर भी उम्मीदवार बनाए गए है।
अनिला भेड़िया की उम्मीदवारी पर क्षेत्र वासियों,और आदिवासीयो में जमकर नाराजगी देखी जा रही है।
वंही देवलाल ठाकुर को लेकर भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं में ही जोश और जुनून गायब बताए जा रहे हैं। इस बीच डौंडीलोहारा विधानसभा क्षेत्र में कई तरह की चर्चा का दौर शुरू हो गया है। सबसे ज्यादा नुकसान अनिला भेड़िया की छवि को पहुंचा रहा है, इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए क्योंकि उनकी तूंएगोंदी घटना के समय उनकी सरकार वजूद में थी जिसमें वो बतौर केबिनेट मंत्री शामिल थी।
आदिवासी बाहुल्य डौंडीलोहारा विधानसभा क्षेत्र में मंत्री महोदया के करीबी आदीवासी होने के बजाए मारवाड़ी कारोबारीयो को देखा गया है जबकि आदिवासीयो को बाहरी लोग पूरे विधानसभा क्षेत्र में जमकर लूटते रहे है मारते रहे है। विधानसभा क्षेत्र के कई आदिवासीयो ने अपनी समस्याओं को लेकर मंत्री से मिलने की इच्छा जाहिर की तब तब मंत्री महोदया के दोनों अनमोल रत्नों ने उन्हें भगा दिया। वंही देवलाल ठाकुर युवा पीढ़ी के नेता हैं।जिनका बसेरा ज्यादातर दुर्ग है। इससे पूर्व वे बतौर कांग्रेस पार्टी से जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं लेकिन इस बार भाजपा से उम्मीदवार बनाए गए हैं। भाजपा से उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर स्थानीय भाजपाई नेताओं में नाराजगी जाहिर सी बात है आखिरकार कोई भी व्यक्ति राजनीति में दरी बिछाने के लिए तो कदम नहीं रखता है।अब जब पार्टी के कार्यकर्ताओं में ही एकजुटता नजर नहीं आ रही है तब ऐसे में विधानसभा क्षेत्र जनता क्या देवलाल ठाकुर को अपना नेता चुन पायेगी यह एक बड़ा सवाल है।

