बालोद : बड़े बुजुर्ग कह गए हैं कि सत्ता और रोटी समय समय पर पलटले रहना चाहिए। यदि समय रहते हुए नहीं पलटा गया तो सत्ता अंहकारी हो जाती है और रोटी जल जाती और इसके बाद में इसका कोई इस्तेमाल किसी काबिल के लिए नहीं हो सकता है। छत्तीसगढ़ राज्य की सियासी हलकों में इन दिनों विधानसभा चुनाव की गर्माहट साफ और स्पष्ट रूप से देखी जा रही है। मतलब साफ है, कि पूरे सूब्बे में इस बख्त सियासी तवा गरम है, और इस तवे पर रोटी सेंकने वाले लोगों की कोई कमी नहीं है। वर्तमान समय के दौरान में सभी राजनीतिक दलों की दरवाज़ों पर ऐरे, गेरे ,नत्थू, खैरे टिकटार्थी नेताओं की लंबी कतार टिके हुए देखे जा सकते हैं। अतः इस तवे की गर्माहट को महसूस करते हुए एक ओर भारतीय जनता पार्टी जंहा अपनी कमजोर हो चुकी सियासी कूनबा को रोटी सेंकने के लिए महारत बनाने में बेलन लेकर भिड़ाने की खबर है,तो वंही दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी भी जली हुई रोटीयों को आम जनता के समक्ष परोसने वाले विधायक और मंत्रियों तक की टिकट कांट कर बेलन छिनने पर विचार कर रही है इसकी भी सूचना है। चूंकि भाजपा अपनी साख को बचाए रखने में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी की अपेक्षा बुरी तरह से फेल साबित हुई है। कारण समझा जा सकता है,जली हुई रोटी जनता के समक्ष परोसने की रही होगी।
बावजूद इसके आगे आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की ओर आंखें तरेरते हुए भारतीय जनता पार्टी इस बार 75 पार कहने वाले लोगों को ठेंगा दिखाने हेतू चुस्ती और दुरुस्ती साथ गर्म तवे पर रोटी कैसे सेंकी जाती है यह गुर सिखने में लगी हुई है। तब ऐसे में छत्तीसगढ़ राज्य की सियासी सरजमीं पर मौजूद कांग्रेस पार्टी की भूपेश बघेल सरकार भी इस बार 75 पार का नारा बुलंद करते हुए भारतीय जनता पार्टी की ओर से दिखाई जाने वाली ठेंगा को मजबूती के साथ दोबारा भाजपा की ओर मोड़ने के लिए तैयारी में लगी हुई बताई जा रही हैं। गौरतलब हो कि भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ राज्य के कई विधानसभा सीटों के लिए अपनी उम्मीदवारों के नामों का चयन कर चुकी हैं। वंही भाजपा दूसरे विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कभी भी कर सकती हैं, तो वंही कांग्रेस पार्टी भी अपने उम्मीदवारों को लेकर पुरी तरह से आश्वस्त नजर आ रही है। हालांकि कांग्रेस पार्टी की ओर से छतिसगढ़ राज्य के किसी भी विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की नामों का घोषणा अभी पार्टी की ओर से क्लीयर नहीं की गई है। लेकिन यह कयास लगाया जा रहा हैं कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे के राजनांदगांव दौरा के उपरांत कांग्रेस पार्टी भी छत्तीसगढ़ राज्य के कुछ विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा को अमलीजामा पहना सकती है। इस बीच सोशल मीडिया में कुछ कांग्रेसी उम्मीदवारों का नाम जमकर सुर्खियां बटोर रही है। वायरल हो रही कांग्रेसी उम्मीदवारों के नामों को लेकर कई तरह की बात इन दिनों लोगों के मुंह से सुनने को मिल रहा है।
लोगों का कहना है कि दिग्गज कांग्रेसी नेताओं की टिकट जिनका नाम जिताऊ उम्मीदवार होने के दायरे से बाहर बताए जा रहे है,उन्हें भी कांग्रेस पार्टी दोबारा टिकट देकर विधानसभा चुनाव में बतौर उम्मीवार बनाकर जनता के समक्ष प्रस्तुत कर रही है,जबकि कांग्रेस पार्टी जिताऊ उम्मीदवारों पर दांव लगाने की बात कहते हुए इस बार 75 का नारा बुलंद करते हुए दोबारा सरकार बनाने का दम भरते हुए देखे जा रहे हैं। राजनीतिक पंडितों की मानें तो छत्तीसगढ़ राज्य में कांग्रेस पार्टी की भूपेश बघेल सरकार के नाक को कटवाने वाले विधायक और मंत्री इस बार विधानसभा चुनाव उम्मीदवारी के रेस से बाहर रहेंगे। चूंकि आगे आने वाले दिनों में लोकसभा चुनाव संपन्न होना है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी दागी चेहरों को लेकर काफी सचेत हो चुकी है,लेकिन कई ऐसे दागी चेहरे जिन्होंने ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस पार्टी की सरकार के नाक को कटवाने में कोई कसर नहीं छोड़ रखा है यदि उन्हें पार्टी अपना विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बना कर एक फिर जनता के समक्ष प्रस्तुत करती है तब क्या हो सकता है, यह स्वंय विचार करें.......