
बालोद/लोहारा-: जिला के अंदर दूसरे की खुशीयों को निस्ता नाबूत करने वाले लोगों की तादात दिनों दिन बढ़ रही है। जिसके चलते आए दिन जिला वासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वैसे सरकार ने लोगों की तमाम परेशानियों का हल और निराकरण हेतू बकायदा जिला प्रशासन की मौजूदगी बरकरार कर रखी है,लेकिन जिला प्रशासन के अंदर मौजूद अधिकारियों में यदि शर्मिंदगी होती तो फिर लोग उनके पास अर्जी लेकर पहुंचते ही क्यों? जिला प्रशासन में मौजूद लगभग हर अधिकारियों को रोज विभागिय दौरा करने हेतू फोकट में गाड़ी सरकार की ओर मुहैया कराई जाती है, ताकि मौके पर पहुंच कर अधिकारी जनता की परेशानियों का हल कर सकें,बावजूद इसके लोगों के मध्य परेशानियों का आलम इस कदर पसरा हुआ है जिसे बंया नहीं किया जा सकता है। अब अधिकारी इन समस्याओं को किस आंख से देख पाते होंगे यह अध्ययन का विषय है। हालांकि जिला में मौजूद अधिकारीगण हमारे इस दलील से पल्ला झाड़ सकते हैं क्योंकि ज्यादातर अधिकारी पल्ला झाड़ने में माहिर बताये जा रहे हैं,लेकिन पल्ला झाड़ने में माहिर अधिकारियों को यह समझना होगा कि इससे लोगों की समस्याएं खत्म नहीं हो सकती है बल्कि समस्याएं और बढ़ सकती हैं। बिते कुछ वर्षों के दौरान जिला के अंदर जबदस्त तरीके से राइस मिल और पोल्ट्री फॉर्मो में बढ़ोतरी देखने को मिली है, वंही कृषि फ़ार्म हाउस की तादात में भी इजाफा देखने को मिला है। ज्यादातर इन उद्योगो को संचालित करने वाले लोग बाहर से होने की बात कही जा रही है। आमतौर पर देखा जाता है कि बाहर से आकर इन उद्योगों में पैसा लगाने वाले लोगों को स्थानीय समस्याओं की जानकारी कम होती है साथ ही सहुलियतो की भी दरकार होती है। ऐसे में प्रसाशानिक गतिविधियों में लिप्त लोग उन्हें राजनीतिक एवं प्रशासनिक संरक्षण देते हुए उन्हे हर स्तर पर सफलता दिलाते हैं। हालांकि यह सफलता एक ना एक दिन कठिन चुनौती बनकर सामने आ खड़ी होती है बिलकुल ठीक उसी तरह जिस तरह से आज पोल्ट्री फार्म की बदबू और मक्खियों से परेशान डौंडीलोहारा ब्लाक अंतर्गत ग्राम अरजपूरी के सैकड़ों ग्रामीणों ने 43 डिग्री तापमान के बीच मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां ग्रामीणों ने 3 घंटे जमकर प्रदर्शन करते हुए जिला प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए।दरअसल, अरजपूरी गांव में स्थित पोल्ट्री फार्म की बदबू और मक्खियों से ग्रामीण परेशान हैं। इसे लेकर ग्रामीणों ने तीन दिनों के भीतर उक्त पोल्ट्री फार्म को हटाने की मांग की है। वहीं पोल्ट्री फार्म न हटाए जाने पर ग्रामीणों ने इसके विरोध में सड़कजाम एवं क्षेत्रीय विधायक निवास का घेराव करने की चेतावनी भी दी है। प्रदर्शन करने वालो में महिलाएं भी भारी संख्या में मौजूद रही। भीषण गर्मी में 3 घंटे तक ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से तीन दिन के भीतर आश्वासन प्रद कार्रवाई करने की बात कही है। वहीं कार्रवाई नहीं किये जाने पर सभी ग्रामवासियों द्वारा क्षेत्रीय विधायक एवं कैबिनेट मंत्री अनिला भेड़िया के निवास का घेराव कर डौण्डीलोहारा से राजनांदगांव मुख्य मार्ग का सड़कजाम करने की चेतावनी दी है।
बता दें कि ग्रामीणों ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि प्रारम्भ से पोल्ट्री फार्म के संबंध में कार्रवाई के लिए प्रशासन को अवगत कराया गया था। जिसके बाद पोल्ट्री फार्म बंद करने के मांग को लेकर समस्त ग्रामवासी अरजपुरी द्वारा चक्काजाम किया गया था। मौके पर तहसीलदार दीपिका देहारी एवं एसडीएम रश्मि वर्मा मौके पर उपस्थित होकर सात दिन का समय मांगा गया था, जिसमें उन्होंने आश्वासन दिया था, कि धारा 133 लगाते हुए पोल्ट्री फार्म को सील की कार्रवाई की जायेगी। लेकिन सात दिन बीत जाने के बाद भी आश्वासन के अनुरूप कार्रवाई नहीं की गई हैं। जिसके चलते सभी ग्रामवासियों को मक्खी एवं बदबू की समस्या निरंतर झेलनी पड़ रही है।