बालोद:- छत्तीसगढ़ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बिते दिनों डी एम एफ मद के अंदर मची बंदरबांट को लेकर अपने ही खुद के पार्टी की सरकार पर निशाना साधते हुए दिखाई दिया था। इससे पहले कई और कांग्रेसी नेताओं ने गाहे-बगाहे राज्य के अंदर डी एम एफ मद (खनिज न्यास मद) में गड़बड़ी को लेकर सवाल खड़ा करते हुए नजर आए थे, लेकिन भाजपा के विरोध में चूरा चूर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार को तनिक भी चिंता नहीं हो रही है कि उनके सरकार के दौरान उनके ही पार्टी के नेता जब डी एम एफ मद(खनिज न्यास मद) में गड़बड़ी को लेकर आगबबूला हो रहे हैं और मामले को लेकर सरकार से सवाल पुछ रहे हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री आवास योजना से संबंधित लाभांवित लोगों को आवास योजना का लाभ नहीं मिलने से नाराज़ हो कर पंचायत मंत्री का जिम्मा संम्हालने वाले टी एस सिंहदेव ने विभाग से अलविदा ले लिया था। इस बीच डी एम एफ मद (खनिज न्यास मद) को लेकर राज्य के ज्यादातर जिला में बंदरबांट की खबर ने सुर्खियों की बाजार को गर्म कर रखा है। प्रदेश के अंदर खनिज न्यास मद में गड़बड़ी की भनक केन्द्रीय जांच एजेंसीयो को भी लग चुकी है। इसलिए बिते दिनों ईडी की टिम एक महिला अधिकारी से जुड़ी हुई मामले में तार को तलाशते हुए बालोद जिला में नजर आए थे। उक्त महिला अधिकारी कुछ समय तक बालोद जिला में भी पदस्थ रही। सूत्रों की मानें तो महिला अधिकारी की जिला में तैनाती के दरमियान जिला प्रशासन से जुड़े हुए अहम कार्य यह महिला अधिकारी स्वंय मैनैज किया करती थी। ऐसे में बालोद जिला के खनिज न्यास शाखा में भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ झाला होने की संभावना जताई जा रही है। चूंकि जिला में अनेक ऐसे सरकारी काम इस मद के पैसों से किया गया है जिसका कोई ठिकाना है और ना ही पता है। जिसके बावजूद कागजी कार्यवाही में काम दर्शाने की सुचना जग जाहिर है। कुल मिलाकर देखा जाए तो जिला खनिज न्यास मद को पैसा निकासी और कमीशनखोरी का जरिया बना दिया गया था लिहाजा बालोद जिला खनिज न्यास मद में गड़बड़ी आशंका जताई जा रही है। जिला में मौजूद विपक्षी राजनीतिक दल के नेता अक्सर खनिज न्यास मद में बंदरबांट होने की बात को स्वीकार करते हैं, लेकिन सत्ताधारी पार्टी के नेताओं की इच्छा बैगर कोई भी जांच संभव नहीं हो सकता है। जानकारों की माने तो यदि सरकार निष्पक्ष रूप से जांच जिला खनिज न्यास मद को लेकर करती है तो निश्चित रूप से बड़ी बड़ी गड़बड़ीयां सामने आ सकती है।