
जब मुर्गे को आज के जमाने में जहां लोग काटकर सेलिब्रेट करते हैं।
वहीं इस पक्षी प्रेमी सेवकराम साहू ने मुर्गे का जन्मदिन एक पारिवारिक सदस्य की तरह बाकायदा केक काटकर धूमधाम से मनाया.. सेवक राम ने इस मुर्ग़े को बहुत लाड प्यार से पाल पोस कर बड़ा किया है।बहुत प्यार से इस मुर्गे को सेवार्थ का नाम भी दिया है..सेवार्थ अपने मालिक की मदद भी करता है एवं मालिक के ना रहने पर बकायदा पान ठेले में रहकर दुकान की रखवाली भी करता है.. इस मुर्गे की वफादारी एवं मालिक के प्रति प्रगाढ़ स्नेह की चर्चा पूरे गांव भर में की जाती है.. पूरे परिवार के साथ मिलजुल कर रहता है ग्राहकों तक को यह पहचानता है कि किसे क्या चाहिए अगर नया ग्राहक कोई भी दुकान पर पहुंचता है तो वह उस मुर्गे को को देखकर हतप्रभ हो जाता है...