बालोद : पूरे देश व राज्य की भांति बालोद जिले में भी आजादी के अमृत महोत्सव को यादगार बनाने के लिए शासन प्रशासन द्वारा जिले में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
'ज्ञात हो कि इस बार जिला मुख्यालय के कृषि उपज मंडी में जिला प्रशासन बालोद के द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा । यह कवि सम्मेलन सोमवार शाम 6 बजे से रात्रि 11 बजे तक आयोजित किया जाएगा। इस कवि सम्मेलन में कुल 9 कवि को जिला प्रशासन के द्वारा आमंत्रित किया गया है,जिसमें 6 कवि अन्य राज्य से है,जबकि दो कवि छत्तीसगढ़ के अन्य जगहों से है और एक बालोद जिले के है। जिला प्रशासन के इस आयोजन पर अन्य राज्य से कवि बुलाने पर जिले के कई कवि नाराज बताए जा रहे है। स्थानीय कवियों ने दबी जुबान से कहा की हमारी देश के सबसे बड़े राष्ट्रीय पर्व के दौरान उन्हें भी कार्यक्रम में शामिल किये जाने की इच्छा जागृत हुई थी ! आजादी की अमृत उत्सव के दौरान कवि सम्मेलन कार्यक्रम की आयोजन पर जिला प्रशासन के द्वारा लाखों रुपए खर्च किए जा रहें है,जबकि हमारे जिले व प्रदेश में भी कई कवि है! जिला प्रशासन बालोद को उन्हें भी मौका देना चाहिए था,जिला प्रशासन बालोद ने स्थानीय कवियो को नजरंदाज करते हुए बाहर से कवि कार्यक्रम हेतू आमंत्रित किया है। बाहर से कवि बुलाए जाने की बात को लेकर जिले के स्थानीय कलाकारों व कवियों में शासन और प्रशासन को लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है । एक ओर छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश के गांव गांव घुम घुम कर राज्य की सांस्कृतिक विरासतों को संजोए रखने हेतू लगातार प्रयासरत नजर आते है! छत्तीसगढ़ राज्य की अनमोल धरोहर है,स्थानीय कवि जिनकी कविताओ में छत्तिसगढ़ राज्य की सभ्यता और संस्कृति का झलक मिलती है! उन्हें इस तरह के कार्यक्रमों में स्थान नहीं देना कंहा तक उचित है यह चिंतन करने वाली बात है! बहरहाल बालोद सहित पूरे राज्य भर में बाहरी लोगों का ज्यादा बोलबाला विगत कुछ वर्षों के दौरान देखने को मिल रही है! राज्य उत्सव के दौरान बालीवुड के मंहगे कलाकारों को बुलाया जाता रहा जिनकी ठुमके पर राज्य के मेहनतकश और ईमानदार जनता का पैसा पानी की तरह बहाई जाती रही है! ऐसे में बालोद जिले में आजादी के अमृत उत्सव कार्यक्रम के दौरान आयोजित कवि सम्मेलन क्या रंग जमाती है यह देखने लायक होगी, क्योंकि शासन और प्रशासन के द्वारा बाहरी कवियों को बुलाया गया है और बाहरी लोगों के खिलाफ इन दिनों राज्य में एक क्षेत्रवाद की हवा चल रही है !
दिल्ली, भोपाल, लखनाउ व राजस्थान के कवि आएंगे
जिला प्रशासन द्वारा देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ को चीरस्मरणीय बनाने हेतु स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त को राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन कृषि उपज मण्डी प्रांगण गंजपारा बालोद में शाम 06 बजे से रात्रि 11 बजे तक किया जा रहा है। इस वर्ष की स्वतंत्रता दिवस की संध्या देश के नामचीन एवं राज्य व नगर के सुप्रसिद्ध कवियों की कविता पाठ से सजने वाली है।
इस कवि सम्मेलन में पद्मश्री सुनील जोगी (दिल्ली), अमन अक्षर (भोपाल), अंकिता सिंह (गुरूग्राम), गजेन्द्र प्रियांशु (बाराबंकी), अभय निर्भिक (लखनऊ), अशोक चारण (राजस्थान), मिथलेश शर्मा (बालोद), आलोक शर्मा (दुर्ग) और श्यमा कश्यप बेचैन (सरगुजा) अपनी उपस्थिति के साथ ही शहीदों के नाम अपनी कविताओं से शमा संजोएंगे।