रायपुर : छत्तीसगढ राज्य में जल्द विधानसभा चुनाव सम्पन्न होने का प्रबल आसार नजर आ रहा है! राजनीतिक जानकारों की मानें तो आने वाले ढेर साल के अंतर्गत राज्य में नया सरकार का अस्तित्व धरातल पर मौजूद होगा!बहरहाल वर्तमान समयानुसार छत्तिसगढ़ राज्य में आगामी होने वाली विधानसभा चुनाव भविष्य के गर्भ में मौजूद हैं, लेकिन आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य के मुख्य राजनीतिक दलों में अभी से राजनीतिक छिंटाकसी की शुरुआत इन दिनों देखी जा रही है!
ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यालय में बतौर उपसचिव पद में तैनात मोहतरमा और मशहूर कारोबारी सुर्यकांत तिवारी के ठिकानों पर आई टी की छापा ने प्रदेश की सियासी गलियारों में एक बार फिर बहार आने की शुरुआत कर दिया!आई टी छापा ने विपक्षी दलों के नेताओं पर संजीवनी झिड़क दिया,हालांकि मामले में दोनों मुख्य विपक्षी दलों की ओर से एक दूसरे पर जमकर किचड़ उछाले,लेकिन कहते है ना राजनीति में सब जायज़ है!आई टी की छापा से गरमाई हुई सियासत को कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के इस्तीफा ने और ज्यादा भड़का दिया!वंही टी एस सिंहदेव की बगावती तेवर से आहत नजर आ रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राज्य के ज्यादातर विधायकों का समर्थन मिलना निश्चित तौर पर कुछ राहत प्रदान करने वाली है!इस बीच भारतीय जनता पार्टी को बैठे बिठाए मामला छत्तिसगढ़ सरकार ने हाथ में सौंप दिया वंही भारतीय जनता पार्टी जो विधानसभा चुनाव में बुरी तरह से पिछड़ने के बाद सूस्त नजर आ रही थी,उनकी भी गाड़ी कांग्रेस पार्टी के द्वारा बनाई गई पटरी पर दौड़ने लगी!चारों तरफ से संकट में खड़ी नजर आ रही छत्तिसगढ़ सरकार को मजबूती से और भरोसा बनाए रखते हुए मुश्किल की इस दौर से निकलना होगा वरना छत्तिसगढ़ राज्य में भी आपरेशन लोटस्ट फलिभूत होने से इंकार नहीं किया जा सकता है!
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया था
ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यालय में बतौर उपसचिव पद में तैनात मोहतरमा और मशहूर कारोबारी सुर्यकांत तिवारी के ठिकानों पर आई टी की छापा ने प्रदेश की सियासी गलियारों में एक बार फिर बहार आने की शुरुआत कर दिया!आई टी छापा ने विपक्षी दलों के नेताओं पर संजीवनी झिड़क दिया,हालांकि मामले में दोनों मुख्य विपक्षी दलों की ओर से एक दूसरे पर जमकर किचड़ उछाले,लेकिन कहते है ना राजनीति में सब जायज़ है!आई टी की छापा से गरमाई हुई सियासत को कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के इस्तीफा ने और ज्यादा भड़का दिया!वंही टी एस सिंहदेव की बगावती तेवर से आहत नजर आ रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राज्य के ज्यादातर विधायकों का समर्थन मिलना निश्चित तौर पर कुछ राहत प्रदान करने वाली है!इस बीच भारतीय जनता पार्टी को बैठे बिठाए मामला छत्तिसगढ़ सरकार ने हाथ में सौंप दिया वंही भारतीय जनता पार्टी जो विधानसभा चुनाव में बुरी तरह से पिछड़ने के बाद सूस्त नजर आ रही थी,उनकी भी गाड़ी कांग्रेस पार्टी के द्वारा बनाई गई पटरी पर दौड़ने लगी!चारों तरफ से संकट में खड़ी नजर आ रही छत्तिसगढ़ सरकार को मजबूती से और भरोसा बनाए रखते हुए मुश्किल की इस दौर से निकलना होगा वरना छत्तिसगढ़ राज्य में भी आपरेशन लोटस्ट फलिभूत होने से इंकार नहीं किया जा सकता है!
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया था
मामले में डाक्टर रमन सिंह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चुनौती देते हुए साबित करने को कहा था! भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस पार्टी और भारतीय जनता पार्टी इन दिनों आमने-सामने नजर आ रही है, जिसके चलते रोजना नई नई भ्रष्टाचार में लिप्त सरकारों की पोस्टर ,एवं टि्वटर वार देखने को मिल राहा है!वैसे चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक दलों में इस तरह से राजनीतिक छिंटाकसी कोई नया विषय नहीं है!छत्तीसगढ़ के बारे में कहा जाता है कि यह राज्य आर्थिक रूप से पिछड़ा हुआ गरीब राज्य है, हालांकि राज्य के ज्यादातर मंत्री और विधायक करोड़पति हैं!राज्य के ज्यादातर हिस्सों में रहने वाले गरीब परिवारों की आजादी के इतने सालों बाद भी गणना नहीं हुई है आज भी दक्षिण बस्तर के जिलों में रहने वाले ज्यादातर आदीवासियों को आधार कार्ड राशन कार्ड के बारे में जानकारी तक नहीं है!ऐसे में राज्य के राजनीतिक दलों की नैतिक जिम्मेदारी बनती हैं,कि वह राज्य में निवासरत नागरिकों के भलाई हेतू ईमानदारी से कार्य करें!